अभी नहीं कर सकता नौकरी; ओलंपिक मेडलिस्ट सरबजोत ने ठुकराया हरियाणा सरकार का ऑफर, मिला था डिप्टी डायरेक्टर का पद
- ओलंपिक मेडलिस्ट सरबजोत को हरियाणा सरकार ने खेल विभाग में डिप्टी डायरेक्टर का पद ऑफर किया था। लेकिन वह यह पद ग्रहण कर सरकारी नौकरी नहीं पाना चाहते।
पेरिस ओलंपिक के ब्रॉन्ज मेडलिस्ट शूटर सरबजोत सिंह ने हरियाणा सरकार के नौकरी के ऑफर को ठुकरा दिया है। अंबाला के रहने वाले सरबजोत को हरियाणा सरकार ने खेल विभाग में डिप्टी डायरेक्टर का पद ऑफर किया था। लेकिन वह यह पद ग्रहण कर सरकारी नौकरी नहीं पाना चाहते। सरबजोत सिंह ने कहा कि नौकरी अच्छी है और बात नौकरी स्वीकार करने की नहीं है, लेकिन मैं अभी इसे नहीं करूंगा। मैं पहले अपनी शूटिंग पर काम करना चाहता हूं। मेरा परिवार भी मुझे अच्छी नौकरी करने के लिए कह रहा है, लेकिन मैं अभी शूटिंग करना चाहता हूं। सरबजोत ने कहा कि मैं अपने द्वारा लिए गए कुछ फैसलों के खिलाफ नहीं जाना चाहता, इसलिए मैं अभी नौकरी नहीं कर सकता।
सीएम नायब सैनी से की थी मुलाकात
पेरिस ओलंपिक में सरबजोत सिंह ने भारत को दूसरा मेडल दिलाने में अपनी भूमिका निभाई थी। सरबजोत ने मनु भाकर के साथ मिलकर 10 मीटर एयर पिस्टल मिक्सड टीम शूटिंग स्पर्धा में ब्रॉन्ज मेडल जीता था। सरबजोत सिंह ने शुक्रवार को मनु भाकर के साथ हरियाणा के सीएम नायब सिंह सैनी से मुलाकात की थी। हरियाणा सीएम ने मुलाकात के बाद दोनों को जॉब का ऑफर दिया था। खेल राज्यमंत्री संजय सिंह ने मुख्यमंत्री की मौजूदगी में दोनों निशानेबाज को खेल विभाग में उप निदेशक की नौकरी की पेशकश की थी।
अंबाला जिले के गांव के रहने वाले हैं सरबजोत
निशानेबाज सरबजोत सिंह हरियाणा के अंबाला के बराड़ा ब्लॉक के धीन गांव के रहने वाले हैं। उनके पिता जतिंदर सिंह किसान और मां हरदीप कौर गृहिणी हैं। उन्होंने डीएवी कॉलेज चंडीगढ़ से अपनी पढ़ाई पूरी की है। वह साल 2019 में जूनियर वर्ल्ड कप में गोल्ड मेडल जीत चुके हैं। सरबजोत सिंह 2022 में चीन में हुए एशियाई खेलों में भारतीय शूटिंग टीम का हिस्सा रह चुके हैं। उन्होंने वहां टीम के साथ मिलकर गोल्ड मेडल भी जीता था। सरबजोत ने एशियन गेम्स शूटिंग मुकाबले में भारत के लिए रजत पदक भी जीता था।
रिपोर्ट: मोनी देवी