मणिपुर में पूर्व सैनिकों और शहीदों के परिजनों की मदद के लिए भारतीय सेना ने आयोजित की रैली
हिंसा और तनाव से उबरते मणिपुर में भारतीय सेना ने अपने पूर्व सैनिकों, शहीदों के परिजनों के लिए एक रैली का आयोजन किया है जिसमें बड़ी संख्या में भूतपूर्व सैनिक, उनकी विधवाएं और आश्रित शामिल हुए।
भारतीय सेना ने मणिपुर के सेनापति जिले में पूर्व सैनिकों की एक रैली का आयोजन किया जिसमें उखरूल, कांगपोकपी, तामेंगलोंग और कामजोंग जिलों से करीब 500 पूर्व सैनिकों, 9 वीर नारियों, 48 वीर गति प्राप्त सैनिकों की विधवाओं और 21 आश्रितों ने हिस्सा लिया। इस रैली का मकसद पूर्व सैनिकों और उनके आश्रितों को पेंशन और दूसरी सुविधाओं में आ रही दिक्कतों को दूर करना था। रैली में हिस्सा लेने वाले पूर्व सैनिकों और उनके आश्रितों के लिए सेना ने अलग-अलग बूथ लगाए जिसमें स्वास्थ्य संबंधी सलाह के अलावा पेंशन और ईसीएचएस सर्विस के बारे में जानकारी दी गई। जिला अस्पताल के डॉक्टरों की एक टीम ने रैली में आए पूर्व सैनिकों और उनके आश्रितों की स्वास्थ्य संबंधी जांच कर उन्हें दवाइयां दी।
रेड शील्ड डिविजन के जनरल कमांडिंग ऑफिसर (जीसीओ) ने पूर्व सैनिकों और उनके परिवारों को इस मौके पर संबोधित करते हुए देश के प्रति उनके समर्पण और बलिदान के लिए उनका आभार व्यक्त किया। उन्होंने कहा कि मणिपुर के तनावपूर्ण हालातों के बीच जिस तरह पूर्व सैनिकों ने भारतीय सेना की मदद की है वो सराहनीय है। उन्होंने पूर्व सैनिकों और उनके आश्रितों को भरोसा दिलाया कि उनकी जो भी समस्याएं हैं उन्हें सुलझाने में सेना पूरी मदद करेगी।
उन्होंने कहा कि मणिपुर के तनावपूर्ण हालातों के बीच भी भारतीय सेना अपने पूर्व सैनिकों, वीर नारियों और शहीद सैनिकों की विधवाओं की समस्याओं का कम से कम समय में समाधान निकालने के लिए प्रतिबद्ध है। जीसीओ ने आगे कहा कि पूर्व सैनिकों की ये रैली भारतीय सेना के आपसी सौहार्द और एकजुटता की भावना का प्रतीक है।
लेटेस्ट Hindi News , बॉलीवुड न्यूज, बिजनेस न्यूज, टेक , ऑटो, करियर , और राशिफल, पढ़ने के लिए Live Hindustan App डाउनलोड करें।