इंफाल घाटी के 3 जिलों में कर्फ्यू में ढील, शर्तों के साथ ब्रॉडबैंड इंटरनेट बहाल; मणिपुर के ताजा हालात
- मणिपुर में हिंसा के बीच प्रशासन ने इंफाल घाटी के तीन जिलों में मंगलवार को कर्फ्यू में ढिलाई दी है। सुबह 5 बजे से 10 बजे तक निषेधाज्ञा में ढील दी गई। साथ ही ब्रॉडबैंड इंटरनेट पर से कुछ शर्तों के साथ निलंबन हटा लिया।
मणिपुर में जारी हिंसा के बीच प्रशासन ने इंफाल घाटी के तीन जिलों में मंगलवार को कर्फ्यू में ढील दी और ब्रॉडबैंड इंटरनेट पर से कुछ शर्तों के साथ निलंबन हटा लिया। इस बीच मुख्यमंत्री एन बीरेन सिंह ने मणिपुर में मौजूदा संकट के लिए कांग्रेस को जिम्मेदार ठहराया है। वहीं, एनडीए विधायकों ने छह महिलाओं और बच्चों की हत्या के लिए जिम्मेदार उग्रवादियों के खिलाफ "सामूहिक अभियान" चलाने का आह्वान किया है।
राज्य भर में शांतिपूर्ण रैलियां भी आयोजित की गईं हैं। सैकड़ों लोग चुराचांदपुर जिले में सड़कों पर उतरे और जिरीबाम में सुरक्षा बलों के साथ गोलीबारी में मारे गए लोगों के लिए न्याय की मांग की। राज्य के पश्चिमी जिला के कुछ हिस्सों में AFSPA को फिर से लागू करने के विरोध में विभिन्न नागरिक समाज संगठनों के सदस्यों ने इंफाल में जुलूस भी निकाला।
शर्तों के साथ कर्फ्यू में ढील
जिला प्रशासन द्वारा जारी अलग-अलग अधिसूचनाओं में कहा गया है कि "कानून और व्यवस्था में सुधार के मद्देनजर" आवश्यक वस्तुओं की खरीद की सुविधा के लिए इंफाल पूर्व और पश्चिम और काकचिंग जिलों में सुबह 5 बजे से 10 बजे तक निषेधाज्ञा में ढील दी गई। हालाँकि, बड़े पैमाने पर सभाओं या लोगों की आवाजाही या धरने पर प्रतिबंध जारी रहेगा। आम लोगों, स्वास्थ्य सुविधाओं, शैक्षणिक संस्थानों और अन्य कार्यालयों को होने वाली कठिनाइयों को देखते हुए, मणिपुर सरकार ने ब्रॉडबैंड सेवाओं पर प्रतिबंध लगाने के तीन दिन बाद इसे सशर्त हटा दिया। गृह आयुक्त एन अशोक कुमार द्वारा जारी एक आदेश के अनुसार, फिलहाल मोबाइल इंटरनेट सेवाएं निलंबित रहेंगी।
बीरेन सिंह का कांग्रेस पर हमला
इस बीच, मुख्यमंत्री बीरेन सिंह ने कांग्रेस नेता पी.चिदंबरम पर उनके एक्स पोस्ट "राज्य के विभाजन का आह्वान" को लेकर हमला बोला। राज्य में मौजूदा संकट के लिए मुख्यमंत्री को दोषी ठहराते हुए, चिदंबरम ने उन्हें हटाने का आह्वान किया था और दावा किया कि "मैतेई, कुकी-ज़ो और नागा एक राज्य में तभी एक साथ रह सकते हैं जब उनके पास वास्तविक क्षेत्रीय स्वायत्तता हो"।
पत्रकारों से बात करते हुए, सीएम ने कहा, "मैं उनके पोस्ट को देखकर आश्चर्यचकित हूं, जिसमें मणिपुर के विभाजन की बात की गई है और वर्तमान संकट के लिए मुख्यमंत्री पर आरोप लगाया है। वर्तमान संकट का मूल कारण चिदंबरम हैं। जब वह केंद्रीय गृह मंत्री थे और ओकरम इबोबी सिंह सीएम थे, वे टी गुइटे नाम के एक म्यांमारवासी को लाए, उस व्यक्ति ने म्यांमार में चुनाव लड़ा था और वह जोमी रिवोल्यूशनरी आर्मी का अध्यक्ष है।''
चिदंबरम और गुइटे की एक कथित तस्वीर दिखाते हुए उन्होंने कहा, "मौजूदा संकट कांग्रेस द्वारा बनाया गया है। वे आसानी से अपने हाथ नहीं धो सकते। राष्ट्रीय नेताओं द्वारा दुष्प्रचार और आरोप बंद होने चाहिए। चिदंबरम मणिपुर में अवैध प्रवासियों को लाने के लिए जिम्मेदार थे।"