Hindi Newsदेश न्यूज़manipur riots again npp withdraws support from bjp cm N Biren Singh

मणिपुर में बेकाबू हालात पर अमित शाह ने की समीक्षा बैठक, NPP ने सरकार से वापस लिया समर्थन

  • मणिपुर एक बार फिर हिंसा की आग में झुलस रहा है। राज्य में बिगड़ते हालात के बीच एनपीपी ने भाजपा सरकार से अपना समर्थन वापस ले लिया है। उधर, मणिपुर के हालातों पर अमित शाह ने बैठक की है।

Gaurav Kala लाइव हिन्दुस्तानSun, 17 Nov 2024 10:03 PM
share Share

मणिपुर में फिर से भड़की हिंसा के बाद राज्य में हालात बेकाबू हो गए हैं। शनिवार को तीन महिलाओं समेत 6 की हत्या के बाद गुस्साई भीड़ ने भाजपा विधायकों के घर फूंक डाले थे। अनिश्चितकालीन कर्फ्यू के बीच एनपीपी ने भाजपा सरकार से अपना समर्थन वापस ले लिया है। एनपीपी ने मणिपुर सीएम एन बीरेन सिंह पर आरोप लगाया कि वे राज्य में बिगड़ते हालात संभालने में नाकाम रहे हैं। उधर, गृह मंत्री अमित शाह ने मणिपुर के हालातों पर अधिकारियों संग बैठक की और शांति सुनिश्चित करने के कदम उठाने के निर्देश दिए।

मणिपुर में इंफाल घाटी के विभिन्न जिलों में गुस्साई भीड़ ने भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) के तीन और विधायकों तथा कांग्रेस के एक विधायक के आवास को आग लगा दी। अधिकारियों ने बताया कि प्रदर्शनकारियों ने राज्य के मुख्यमंत्री एन. बीरेन सिंह के पैतृक आवास पर भी धावा बोलने की कोशिश की, हालांकि पुलिस ने उन्हें रोक दिया।

एनपीपी ने भाजपा से वापस लिया समर्थन

एनपीपी (नेशनल पीपुल्स पार्टी) ने बिगड़ती कानून-व्यवस्था की स्थिति को लेकर मणिपुर में भाजपा के नेतृत्व वाली सरकार से समर्थन वापस ले लिया है। मणिपुर की 60 विधानसभा सीटों पर भाजपा के पास 32 विधायकों का पूर्ण बहुमत है। एनपीपी के समर्थन वापस ले लेने से सरकार पर किसी तरह का कोई असर नहीं पड़ने वाला है। एनपीपी के पास 7 विधायकों की ताकत है।

अमित शाह ने की समीक्षा बैठक

केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह ने मणिपुर में सुरक्षा स्थिति की रविवार को समीक्षा की और शीर्ष सुरक्षा अधिकारियों को राज्य में शांति सुनिश्चित करने के लिए हर संभव कदम उठाने का निर्देश दिया। सूत्रों ने यह जानकारी दी। शाह ने महाराष्ट्र में अपनी चुनावी रैलियां रद्द करके लौटने के तुरंत बाद यह बैठक की।

दंगाइयों ने भाजपा विधायकों के घर फूंके

दरअसल, जिरीबाम जिले में तीन महिलाओं और तीन बच्चों के शव मिलने के बाद प्रदर्शनकारियों ने इंफाल घाटी के विभिन्न हिस्सों में शनिवार को हिंसक प्रदर्शन किया, जिसके बाद से यहां अनिश्चितकाल के लिए कर्फ्यू लगा दिया गया। गुस्साई भीड़ ने शनिवार को राज्य के तीन मंत्रियों और छह विधायकों के आवासों पर भी हमला किया था।

अधिकारियों ने बताया कि प्रदर्शनकारियों ने निंगथौखोंग में लोक निर्माण मंत्री गोविंददास कोंथौजम, लैंगमीडोंग बाजार में हियांगलाम से भाजपा विधायक वाई राधेश्याम, थौबल जिले में वांगजिंग टेंथा के भाजपा विधायक पाओनम ब्रोजेन और इंफाल पूर्वी जिले में खुंद्राक्पम के कांग्रेस विधायक लोकेश्वर के घरों में आग लगा दी।

अगला लेखऐप पर पढ़ें