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डबल इंजन की सरकार में मणिपुर 'न एक है, न सेफ है'; खरगे का PM मोदी पर तीखा तंज

  • इंफाल में इस घटना को लेकर हिंसक विरोध प्रदर्शन हुए, जिसमें प्रदर्शनकारियों ने राज्य के तीन मंत्रियों और छह विधायकों के घरों को निशाना बनाया।

Himanshu Jha लाइव हिन्दुस्तानSun, 17 Nov 2024 12:30 PM
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कांग्रेस अध्यक्ष मलिकर्जुन खरगे ने रविवार को प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी पर तीखा हमला करते हुए कहा कि उनकी "डबल इंजन सरकार" में मणिपुर न तो एक है और न ही सेफ है। खरगे का यह बयान मणिपुर में ताजा हिंसा के बाद आया। आपको बता दें कि शुक्रवार और शनिवार को जीरिबाम में राहत शिविर से लापता छह लोगों के शव बरामद हुए थे। खरगे ने एक्स पर लिखा, ".नरेंद्र मोदी जी, आपकी डबल इंजन सरकारों में 'ना मणिपुर एक है, ना मणिपुर सेफ है'। मई 2023 से यह राज्य असहनीय दर्द, विभाजन और बढ़ती हिंसा का सामना कर रहा है। यहां के लोगों के भविष्य को नष्ट कर दिया है।"

कांग्रेस प्रमुख ने भाजपा पर मणिपुर की अशांति का राजनीतिक लाभ उठाने का आरोप लगाते हुए कहा कि राज्य में हिंसा और क्षेत्रीय तनाव बढ़ते जा रहे हैं। उन्होंने कहा, "हम पूरी जिम्मेदारी के साथ यह कह रहे हैं कि ऐसा लगता है कि भाजपा जानबूझकर मणिपुर को जलाना चाहती है। यह उनकी नफरत और विभाजन की राजनीति को साकार करता है। 7 नवंबर से अब तक 17 लोग अपनी जान गंवा चुके हैं। नए जिलों को संघर्ष प्रभावित क्षेत्रों की सूची में जोड़ा जा रहा है और हिंसा अब सीमा से सटे पूर्वोत्तर राज्यों में भी फैल रही है।"

खरगे ने मोदी सरकार पर हमला करते हुए कहा, "आपने मणिपुर को नाकाम किया है। यहां तक कि अगर आप भविष्य में मणिपुर आते हैं, तो राज्य के लोग कभी भी आपको माफ नहीं करेंगे और न ही भूलेंगे कि आपने उन्हें अपनी हालत पर छोड़ दिया और उनके दुखों को सुलझाने के लिए एक भी कदम नहीं उठाया।"

मणिपुर में तनाव और हिंसा जारी

मणिपुर के इंफाल घाटी में हालात बेहद तनावपूर्ण बने हुए हैं। यहां 6 शवों की बरामदगी के बाद हिंसक प्रदर्शनों का दौर जारी है। इन शवों में तीन महिलाएं और तीन बच्चे शामिल थे, जिन्हें कथित रूप से उग्रवादियों ने अगवा किया और हत्या कर दी। इस घटना के बाद राज्य सरकार ने अनिश्चितकालीन कर्फ्यू और इंटरनेट प्रतिबंध लगाए हैं।

ये छह लोग जीरिबाम के एक राहत शिविर से लापता हो गए थे। सुरक्षा बलों और उग्रवादियों के बीच मुठभेड़ के बाद गायब हो गए थे। शुक्रवार और शनिवार को इन शवों को बाराक नदी से बरामद किया गया। इनमें दो महिलाएं और तीन बच्चे शामिल थे।

इंफाल में इस घटना को लेकर हिंसक विरोध प्रदर्शन हुए, जिसमें प्रदर्शनकारियों ने राज्य के तीन मंत्रियों और छह विधायकों के घरों को निशाना बनाया। राज्य की राजधानी में अभी भी अशांति का माहौल है और सड़कों पर विरोध प्रदर्शनों के कारण मलबा फैला हुआ है।

कांग्रेस और भाजपा के बीच आरोप-प्रत्यारोप

खरगे के आरोपों के जवाब में, भाजपा ने राज्य में हिंसा के लिए मणिपुर में फैली उग्रवादी गतिविधियों को जिम्मेदार ठहराया। भाजपा का कहना है कि राज्य सरकार और केंद्र सरकार मणिपुर में शांति बहाल करने के लिए हर संभव प्रयास कर रही है।

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