Hindi Newsदेश न्यूज़Manipur is in turmoil for 18 months intervene immediately Kharge letter to President Murmu

मणिपुर में 18 महीनों से उथल-पुथल, तत्काल हस्तक्षेप करें; राष्ट्रपति मुर्मू को खरगे का पत्र

  • उन्होंने केंद्र और राज्य सरकार पर हिंसा रोकने तथा सामान्य स्थिति बहाल करने में पूरी तरह विफल रहने का आरोप भी लगाया और दावा किया कि प्रदेश की जनता अब इन दोनों सरकारों में विश्वास खो चुकी है।

Amit Kumar पीटीआई, नई दिल्लीTue, 19 Nov 2024 05:57 PM
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कांग्रेस अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खरगे ने मंगलवार को राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू को पत्र लिखकर आग्रह किया कि वह मणिपुर के मामले में तत्काल हस्तक्षेप करें ताकि राज्य के लोगों की जानमाल की सुरक्षा सुनिश्चित हो सके। उन्होंने केंद्र और राज्य सरकार पर हिंसा रोकने तथा सामान्य स्थिति बहाल करने में पूरी तरह विफल रहने का आरोप भी लगाया और दावा किया कि प्रदेश की जनता अब इन दोनों सरकारों में विश्वास खो चुकी है।

खरगे ने मणिपुर में एक बार फिर से हिंसा होने के बाद राष्ट्रपति को यह पत्र लिखा है। उन्होंने कहा, ‘‘देश को असाधारण रूप से गंभीर त्रासदी झेलनी पड़ी है। पिछले 18 महीनों से मणिपुर में अभूतपूर्व उथल-पुथल के कारण महिलाओं, बच्चों सहित 300 से अधिक लोगों की जान चली गई है। इस त्रासदी ने लगभग एक लाख लोगों को आंतरिक रूप से विस्थापित कर दिया है। लोगों की पीड़ा लगातार बनी हुई है।’’

उन्होंने दावा किया कि केंद्र और राज्य सरकार की निष्क्रियता के चलते मणिपुर में पूरी तरह अराजकता व्याप्त है, कानून का शासन खत्म हो गया है और मानवाधिकारों का उल्लंघन हुआ है कांग्रेस अध्यक्ष ने कहा, ‘‘मेरा मानना ​​है कि यह आपके लिए संवैधानिक रूप से अनिवार्य हो गया है कि आप तत्काल हस्तक्षेप करें ताकि मणिपुर में हमारे नागरिकों के जीवन और संपत्तियों की सुरक्षा सुनिश्चित हो।’’ उनका कहना है, ‘‘मुझे विश्वास है कि, आपके हस्तक्षेप से मणिपुर के लोग फिर से अपने घरों में शांति, सम्मान और सुरक्षा के साथ रह सकेंगे।’’

बता दें कि मणिपुर में हालात एक बार फिर से बेकाबू हैं। केंद्र ने हाल ही में मणिपुर के छह थाना क्षेत्रों में सशस्त्र बल (विशेषाधिकार) अधिनियम (अफ्सपा) को फिर से लागू किया है, जिसमें हिंसा प्रभावित जिरीबाम भी शामिल है। केंद्रीय गृह मंत्रालय ने एक अधिसूचना में कहा कि यह निर्णय वहां जारी जातीय हिंसा के कारण लगातार अस्थिर स्थिति को देखते हुए लिया गया है। जिन थानाक्षेत्रों में अफ्सपा को फिर से लागू किया गया है, उनमें इंफाल पश्चिम में सेकमाई और लमसांग, इंफाल पूर्व में लमलाई, जिरीबाम जिले में जिरीबाम, कांगपोकपी में लीमाखोंग और बिष्णुपुर में मोइरांग शामिल हैं।

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