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नरकासुर की तरह…; उदयनिधी की ‘अजीब’ दीपावली की शुभकामनाओं पर बीजेपी का तंज

  • डीएमके पार्टी के नेता अपनी तर्कवादी मान्यताओं और व्यवहार के अनुरूप हिन्दू त्योहारों पर लोगों को बधाई देने से बचते नजर आते हैं। अपनी पूरी जिंदगी राजनीति में गुजारने के बाद भी दिवंगत वरिष्ठ डीएमके नेता एम करुणानिधी भी लोगों को दीपावली की शुभकामनाएं नहीं देते थे।

Upendra Thapak हिन्दुस्तान टाइम्सSun, 27 Oct 2024 05:04 PM
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तमिलनाडु के उपमुख्यमंत्री उदयनिधि स्टालिन की लोगों को दी गई दीपावली की शुभकामनाओं को लेकर भाजपा नेता ने तंज कसा है। स्टालिन ने दीपावली को लेकर कहा था कि जिन भी लोगों को इसमें आस्था है, उन सभी को इसकी शुभकामनाएं। इस पर बीजेपी के नेता नारायणन तिरुपति ने उदयनिधि पर तंज कसते हुए कहा कि जिन लोगों को विश्वास नहीं है या आस्था नहीं है उन्हें नरकासुर की तरह जीवन जीने की शुभकामनाएं।

उदयनिधी ने अपनी पार्टी की लाइन से इतर पार्टी की प्लैटिनम जयंती समारोह में समर्थकों को शुभकामनाएं दी। उन्होंने कहा कि मैं अपने सभी सदस्यों को पार्टी के प्लैटिनम जुबली समारोह पर अपनी शुभकामनाएँ देता हूं। आगे दीपावली का त्योहार भी आने वाला है तो जो भी इसमें अपनी आस्था रखता है उनको भी दीपावली थिरुनल की शुभकामनाएँ। उदयनिधि के इस कमेंट के बाद से ही भाजपा नेता ने उनके खिलाफ तंज कसा।

डीएमके पार्टी के नेता अपनी तर्कवादी मान्यताओं और व्यवहार के अनुरूप हिन्दू त्योहारों पर लोगों को बधाई देने से बचते नजर आते हैं। अपनी पूरी जिंदगी राजनीति में गुजारने के बाद भी दिवंगत वरिष्ठ डीएमके नेता एम करुणानिधी भी लोगों को दीपावली की शुभकामनाएं नहीं देते थे। हिंदू त्योहारों की अनदेखी करने की वजह से बीजेपी अक्सर डीएमके नेताओं के ऊपर हमला करती रहती है।

इस बीच, तमिलनाडु के राज्यपाल आरएन रवि पर परोक्ष हमला बोलते हुए उदयनिधि ने कहा कि उन्हें 'द्रविड़म' शब्द से 'एलर्जी' है और सोचते हैं कि इसका नाम न लेकर इसे खत्म किया जा सकता है। डिप्टी सीएम ने कहा, “द्रविड़म को कोई छू भी नहीं सकता। तमिलनाडु तमिलनाडु ही रहेगा। जब तक हमारा काला और लाल (डीएमके) झंडा और डीएमके कार्यकर्ता वहां हैं, कोई भी तमिलनाडु और द्रविड़म को छू भी नहीं सकता।”

पिछले साल उदयनिधि तब देशभर में राजनीतिक चर्चाओं का केंद्र बन गए थे जब उन्होंने कहा था कि सनातन धर्म एक बीमारी की तरह है इसे खत्म कर देना चाहिए। पूरे देश में इसे लेकर काफी विवाद हुआ था। इस टिप्पणी को लेकर स्टालिन ने पिछले हफ्ते कहा कि वह कभी भी उस टिप्पणी के लिए माफी नहीं मांगेंगे।

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