हारमनी का चेहरा ओढ़ पीछा नहीं छुड़ा सकते; सोनाक्षी-जहीर वाले विवाद पर कुमार विश्वास
मेरठ के कवि सम्मेलन में कुमार विश्वास की कही एक बात पर खूब हंगामा मचा हुआ है। उनके बयान को सोनाक्षी सिन्हा और जहीर इकबाल से जोड़कर उनकी आलोचना की जा रही थी। अब कुमार विश्वास ने इस पर सबकुछ साफ किया है।
मेरठ के कवि सम्मेलन में कुमार विश्वास की कही एक बात पर खूब हंगामा मचा हुआ है। उनके बयान को सोनाक्षी सिन्हा और जहीर इकबाल से जोड़कर उनकी आलोचना की जा रही थी। अब कुमार विश्वास ने इस पर सफाई देते हुए कहा है कि उनकी बात को किसी व्यक्ति से ना जोड़ा जाए। कुमार विश्वास ने कहा कि उनके गृहक्षेत्र गाजियाबाद और नोएडा में अधिकतर घरों के नाम रामायण, साकेत, गोकुल और श्रीधाम जैसे हैं। हालांकि, उन्होंने यह भी कहा कि भारत की सांस्कृतिक चेतना के प्रति वितृष्णा पैदा करने की साजिश हुई है और हारमनी का चेहरा ओढ़कर इससे पीछा नहीं छुड़ाया जा सकता है।
कुमार विश्वास ने एबीपी न्यूज के एक कार्यक्रम में कहा, 'मैं जहां रहता हूं गाजियाबाद-नोएडा में, वहां हर 10 घरों में किसी का नाम रामायण है, किसी का साकेत है, किसी का वृंदावन है, किसी का गोकुल है, किसी का श्रीधाम है, ईशकृपा या ऐसा कुछ रख सकते हैं। आप किसी व्यक्ति से जोड़कर विवाद करें चूंकि आपके राजनीतिक हित और वोटबैंक को संबोधित करता है, उसके लिए मैं उत्तरदायी नहीं हूं।'
कुमार ने आगे कहा, 'मेरा एक सामान्य बात कहने का मन था और मन है सदा, भारत की सांस्कृतिक चेतना के प्रति एक वितृष्णा पैदा करने का षड्यंत्र हुआ है। इससे आप बहुत सॉफ्ट बनकर, बहुत प्यारे बनकर, गुडी-गुडी बनकर, हारमनी का चेहरा ओढ़कर इससे पीछा नहीं छुड़ा सकते। यह दुखद सवाल है पर वास्तविक सवाल है, इससे संवाद तो करना पड़ेगा। हम जैसे लोग, चूंकि हमारा कोई वोट बैंक तो है नहीं, तो हम बोल देते हैं।'
कुमार विश्वास ने मेरठ में कवि सम्मेलन के मंच से कहा, 'अपने बच्चों को रामायण सुनवाइए, गीता पढ़वाइए, अन्यथा ऐसा ना हो कि आपके घर का नाम तो रामायण हो और आपके घर की श्रीलक्ष्मी को कोई और उठाकर ले जाए।' उनके इस बयान को टीएमसी सांसद शत्रुघ्न सिन्हा और उनकी बेटी सोनाक्षी सिन्हा से जोड़कर देखा जाने लगा है, जिनके घर का नाम रामायण है। हाल ही में सोनाक्षी ने जहीर से शादी की है। कुमार विश्वास के इस बयान की काफी आलोचना हुई। कांग्रेस प्रवक्ता सुप्रिया श्रीनेत ने उन पर जमकर निशाना साधा।