कोलकाता आरजी कर मेडिकल कॉलेज में वित्तीय गड़बड़ियों पर केस दर्ज, CBI अब खोलेगी नए राज
- अदालत ने आरजी कर मेडिकल कॉलेज एंड हॉस्पिटल के पूर्व उपाधीक्षक अख्तर अली की याचिका पर निर्देश जारी किए थे। अली ने घोष के कार्यकाल के दौरान मेडिकल कॉलेज में वित्तीय कदाचार की प्रवर्तन निदेशालय (ED) से जांच कराने की मांग की थी।
केंद्रीय जांच ब्यूरो (CBI) ने कोलकाता के आरजी कर मेडिकल कॉलेज एंड हॉस्पिटल में पूर्व प्रिंसिपल संदीप घोष के कार्यकाल के दौरान वित्तीय अनियमितताओं के मामले की जांच अपने हाथ में ले ली। यह कार्रवाई कलकत्ता हाई कोर्ट के निर्देश पर की गई। अदालत ने जांच का जिम्मा राज्य की ओर से गठित विशेष जांच दल (SIT) से लेकर सीबीआई को सौंप दिया था। अधिकारी ने बताया कि सीबीआई ने शनिवार को एसआईटी से आवश्यक दस्तावेज एकत्र किए और प्राथमिकी फिर से दर्ज की। माना जा रहा है कि सीबीआई जांच के दौरान कुछ नए राज सामने आ सकते हैं।
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अदालत ने आरजी कर मेडिकल कॉलेज एंड हॉस्पिटल के पूर्व उपाधीक्षक अख्तर अली की याचिका पर निर्देश जारी किए थे। अली ने घोष के कार्यकाल के दौरान मेडिकल कॉलेज में वित्तीय कदाचार की प्रवर्तन निदेशालय (ED) से जांच कराने का अनुरोध किया था। उन्होंने बताया कि 9 अगस्त को परिसर में ट्रेनी डॉक्टर के साथ बलात्कार और हत्या के बाद कॉलेज मीडिया की सुर्खियों में आ गया है। उच्च न्यायालय ने सीबीआई को तीन सप्ताह के भीतर जांच की प्रगति रिपोर्ट पेश करने का निर्देश दिया था।
सीबीआई कर रही पूरे मामले की जांच
अदालत ने रिपोर्ट की समीक्षा के लिए 17 सितंबर को अगली सुनवाई निर्धारित की है। मालूम हो कि कोलकाता के सरकारी आरजी कर मेडिकल कॉलेज एंड हॉस्पिटल में 9 अगस्त को डॉक्टर का शव मिला था, जिस पर गंभीर चोटों के निशान थे। इस घटना के संबंध में संजय रॉय को अगले दिन गिरफ्तार किया गया था। कलकत्ता हाई कोर्ट ने 13 अगस्त को इस मामले की जांच सीबीआई को सौंप दी थी। इसके अगले दिन केंद्रीय एजेंसी ने जांच कोलकाता पुलिस से अपने हाथ में ले ली। वहीं, आज इस मामले के मुख्य आरोपी और 6 अन्य का पॉलीग्राफ टेस्ट शनिवार को शुरू हो गया। इस दौरान व्यक्ति द्वारा प्रश्नों के उत्तर दिए जाते समय मशीन की मदद से उसकी शारीरिक प्रतिक्रियाओं को मापा जाता है। यह पता लगाया जाता है कि वह सच बोल रहा है या झूठ।