Hindi Newsदेश न्यूज़Kolkata Doctor rape murder case Colleagues says Accused Could Be Part of big Plot

कोलकाता के अस्पताल में ड्रग रैकेट का खुलासा करने वाली थी पीड़िता? सहकर्मियों के दावे से हड़कंप

  • रिपोर्ट के मुताबिक, सहकर्मी का दावा है कि पीड़िता उस चीज के बारे में बहुत कुछ जानती होगी जिसे शायद उसे नहीं जानना चाहिए था? ऐसी आशंका है कि उसके विभाग में ड्रग साइफोनिंग रैकेट चल रहा हो जिसे वह उजागर करना चाहती थी।

Niteesh Kumar लाइव हिन्दुस्तानSun, 18 Aug 2024 04:02 PM
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कोलकाता के आरजी कर मेडिकल कॉलेज एंड हॉस्पिटल में ट्रेनी डॉक्टर से रेप और मर्डर का मामला गरमाया हुआ है। इस घटना के खिलाफ देश भर में विरोध-प्रदर्शन हो रहे हैं। न्याय की मांग को लेकर प्रदर्शन कर रहे पश्चिम बंगाल के सरकारी अस्पतालों के जूनियर डॉक्टर की हड़ताल रविवार को भी जारी रही, जिससे राज्य में लगातार 10वें दिन स्वास्थ्य सेवाएं प्रभावित हुईं। मालूम हो कि लेडी डॉक्टर का शव 9 अगस्त को अस्पताल के सेमिनार हॉल के अंदर पाया गया था। इस मामले में अगले ही दिन एक आरोपी को गिरफ्तार कर लिया गया। प्रदर्शनकारियों की मांग है कि पूरे मामले की जल्द से जल्द गहन जांच हो और दोषियों को कड़ी सजा मिले।

इस बीच, पीड़िता के सहकर्मियों ने घटना को लेकर कुछ चौंकाने वाले दावे किए हैं। टाइम्स ऑफ इंडिया की रिपोर्ट के मुताबिक, एक कलीग ने बताया कि इस सरकारी अस्पताल में पनिशमेंट पोस्टिंग और लंबी शिफ्ट आम बात हो गई थी। यह भी दावा किया कि पीड़िता को शायद 'मेडिसिन रैकेट' के बारे में जानकारी मिल गई थी, जिसका वह पर्दाफाश करना चाहती थी। ऐसा हो सकता है कि इसीलिए उसकी आवाज दबाने की खातिर हत्या कर दी गई हो। एक सहकर्मी ने कहा, 'हमें संदेह है कि यह बलात्कार और हत्या का साधारण मामला नहीं है। उसे टारगेट बनाया गया है। आखिर सिविक वालंटियर को यह कैसे पता चला कि वह उस वक्त सेमिनार हॉल में अकेली थी?'

'पीड़िता उस चीज के बारे में जानती थी जिसे...'

रिपोर्ट के मुताबिक, एक अन्य सहकर्मी का दावा है कि पीड़िता उस चीज के बारे में बहुत कुछ जानती होगी जिसे शायद उसे नहीं जानना चाहिए था? ऐसी आशंका है कि उसके विभाग में ड्रग साइफोनिंग रैकेट चल रहा हो जिसे वह उजागर करना चाहती थी। ट्रेनी डॉक्टर की मौत के बाद उसके पेरेंट्स ने भी कुछ ऐसी आशंकाएं जताई हैं। उन्होंने पुलिस को बताया कि उसने काम के भारी दबाव को लेकर शिकायत की थी। कई सहकर्मियों ने कहा कि सजा के तौर पर अधिक समय तक काम कराना इस संस्थान की SOP बन गई थी। खुद पूर्व प्रिंसिपल संदीप घोष की ओर से इसकी सख्ती से निगरानी की जाती थी। बता दें कि सीबीआई अधिकारी संदीप घोष की कॉल डिटेल और चैट की जानकारियां जुटा रहे हैं। एक ऑफिसर ने बताया कि रविवार को लगातार तीसरे दिन सीबीआई अधिकारियों के समक्ष घोष पेश हुए। उन्हें अस्पताल में घटना से पहले और उसके बाद किए फोन कॉल की जानकारियां देने को कहा गया है।

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