सोशल मीडिया पर हिन्दू-मुस्लिम करने वाले IAS अफसर बुरे फंसे, CM ने कर दिया सस्पेंड
सूत्रों ने बताया कि गोपालकृष्णन को सरकारी अधिकारियों का धर्म आधारित ‘व्हाट्सएप ग्रुप’ बनाने के लिए निलंबित किया गया, जबकि प्रशांत के खिलाफ सोशल मीडिया पर एक वरिष्ठ आईएएस अधिकारी की आलोचना करने के लिए कार्रवाई की गई।
केरल की पी विजयन सरकार ने अनुशासनहीनता के आरोप में दो वरिष्ठ IAS अधिकारियों के खिलाफ सख्त ऐक्शन लेते हुए सोमवार को उन्हें तत्काल प्रभाव से सस्पेंड कर दिया है। सस्पेंड होने वाले IAS अफसरों में के गोपालकृष्णन और एन प्रशांत शामिल हैं। दोनों पर कथित तौर पर आचरण उल्लंघन के आरोप हैं। सूत्रों ने बताया कि गोपालकृष्णन को सरकारी अधिकारियों का धर्म आधारित ‘व्हाट्सएप ग्रुप’ बनाने के लिए निलंबित किया गया, जबकि प्रशांत के खिलाफ सोशल मीडिया पर एक वरिष्ठ आईएएस अधिकारी की आलोचना करने के लिए कार्रवाई की गई।
सूत्रों ने बताया कि मुख्यमंत्री पिनरायी विजयन ने वरिष्ठ अधिकारियों से प्राप्त रिपोर्ट के आधार पर दोनों अधिकारियों को निलंबित करने का आदेश दिया। बता दें कि 2013 बैच के IAS अधिकारी गोपालकृष्णन पिछले महीने मल्लू हिंदू ऑफिसर्स नाम से एक व्हाट्सएप ग्रुप बनाया था, जिसके बाद वह विवादों में घिर गए थे। हालांकि, इस ग्रुप को तुरंत हटा लिया गया था। बाद में उन्होंने सफाई दी थी कि उनका मोबाइल हैक हो गया था लेकिन सरकार की विभागीय जांच में उन्हें गलत आचरण का दोषी पाया गया।
दूसरे IAS अधिकारी एन प्रशांत ने पिछले तीन दिनों में सोशल मीडिया पर एक अन्य आईएएस अधिकारी ए जयतिलक के खिलाफ कई पोस्ट किए थे। इसे भी सरकार ने गलत आचरण मानते हुए उनके खिलाफ अनुशासनात्मक कार्रवाई की है।
निलंबन आदेश में कहा गया है कि सरकार का मानना है कि व्हाट्सएप ग्रुप का उद्देश्य राज्य में अखिल भारतीय सेवाओं के कैडरों के बीच विभाजन पैदा करना, फूट डालना और एकजुटता को तोड़ना था। आदेश में आगे कहा गया कि अधिकारी का कृत्य प्रथम दृष्टया अखिल भारतीय सेवाओं के संवर्गों के भीतर सांप्रदायिक सद्भाव बिगाड़ना और गुटबाजी करने वाला पाया गया है।