महात्मा गांधी और आंबेडकर का महत्व नहीं जानती भाजपा, कर्नाटक में 27 को कांग्रेस की 'महा' रैली
- कर्नाटक में उपमुख्यमंत्री डीके शिवकुमार ने 27 दिसंबर को 'जय बापू, जय भीम, जय संविधान' रैली आयोजित करने की घोषणा की है। उन्होंने भाजपा पर कटाक्ष करते हुए कहा कि उन्हें महात्मा गांधी और आंबेडकर का महत्व नहीं पता।
बीते दिनों संसद में गृह मंत्री अमित शाह की संविधान निर्माता डॉ. भीमराव आंबेडकर को लेकर की गई टिप्पणी के बाद से भाजपा और कांग्रेस में घमासान जारी है। इस मामले में दोनों दलों के बीच संसद परिसर में धक्का-मुक्की भी हो चुकी है। इस बीच कर्नाटक में उपमुख्यमंत्री डीके शिवकुमार ने 27 दिसंबर को 'जय बापू, जय भीम, जय संविधान' रैली आयोजित करने की घोषणा की है। उन्होंने भाजपा पर भी कटाक्ष करते हुए कहा कि उन्हें भारत की आजादी के इतिहास और महात्मा गांधी और डॉ. बीआर अंबेडकर जैसी प्रतिष्ठित शख्सियतों के महत्व की समझ नहीं है।
शिवकुमार ने बुधवार को कहा, "वे (भाजपा) आजादी का इतिहास नहीं जानते। वे महात्मा गांधी या डॉ. बीआर अंबेडकर के महत्व को नहीं जानते। 27 दिसंबर को होने वाली रैली 'जय बापू, जय भीम, जय संविधान' होगी।" उन्होंने भारत के इतिहास में कांग्रेस पार्टी के महत्व पर जोर देते हुए कहा कि जब भी कांग्रेस सत्ता में रही है, समाज के सभी वर्गों को लाभ हुआ है। शिवकुमार ने देश को एकजुट रखने का श्रेय कांग्रेस पार्टी को दिया।
उन्होंने एएनआई को बताया, "कांग्रेस का इतिहास देश का इतिहास है। जब भी कांग्रेस पार्टी सत्ता में रही है, समाज के सभी वर्ग सत्ता में रहे हैं। कांग्रेस पार्टी ने इस देश को एकजुट रखा है। जो प्रस्ताव पारित होने जा रहा है। हमारे सभी राष्ट्रीय नेताओं ने चर्चा की।''
गौरतलब है कि कांग्रेस ने अमित शाह के संसद में आंबेडकर को लेकर दिए बयान पर उनके इस्तीफे की मांग की है। शाह ने कथित तौर पर राज्यसभा में कहा था, "वे (विपक्ष) जितनी बार अंबेडकर का नाम लेते हैं, उतनी बार भगवान का नाम लेते, तो उन्हें सात जन्मों के लिए स्वर्ग मिल जाता।" शाह की टिप्पणी के बाद, संसद में पिछले हफ्ते संसद के बाहर सत्ता और विपक्ष दोनों पक्षों के बीच प्रदर्शन के दौरान हाथापाई हुई। जिसमें भाजपा सांसद प्रताप सारंगी और मुकेश राजपूत घायल हो गए।