बंगाल को उत्तर कोरिया मत बनाओ, किसी को सताना ठीक नहीं; शर्मिष्ठा की गिरफ्तारी पर क्या बोलीं कंगना
शर्मिष्ठा पनोली की गिरफ्तारी पर बीजेपी सांसद कंगना रनौत का बयान सामने आया है। कंगना रनौत ने गिरफ्तारी को गलत बताते हुए शर्मिष्ठा की रिहाई की मांग की है।

Kangana Ranaut Reaction On Sharmishtha Panoli: शर्मिष्ठा पनोली की गिरफ्तारी पर बॉलीवुड अभिनेत्री और भारतीय जनता पार्टी की सांसद कंगना रनौत का रिएक्शन सामने आया है। कंगना रनौत ने शर्मिष्ठा की गिरफ्तारी का विरोध करते हुए रिहाई की मांग की है। उन्होंने पश्चिम बंगाल पुलिस द्वारा शर्मिष्ठा की गिरफ्तारी को गलत बताया और कहा कि बंगाल को उत्तर कोरिया मत बनाओ।
दरअसल बीते दिनों सोशल मीडिया इन्फ्लुएंसर और लॉ पढ़ रही छात्रा शर्मिष्ठा पनोली नाम की एक छात्रा ने पैगंबर मुहम्मद को लेकर अपमान जनक टिप्पणी कर दी थी। उनकी इस टिप्पणी को लेकर काफी विवाद छिड़ गया। हालांकि, बाद में शर्मिष्ठा ने अपने बयान को लेकर माफी मांगते हुए वो वीडियो पोस्ट डिलीट कर दिया था। इस मामले पर विवाद तब और बढ़ गया, जब पश्चिम बंगाल पुलिस ने शर्मिष्ठा के खिलाफ मामला दर्ज कर गुरुग्राम से उसे गिरफ्तार कर लिया था।
नॉर्थ कोरिया मत बनाइये: कंगना रनौत
शर्मिष्ठा पनोली के समर्थन में उतरी बीजेपी सांसद कंगना रनौत ने उनकी गिरफ्तारी को गलत बताया है। कंगना का कहना है कि कानून का इस्तेमाल करके किसी को सताना ठीक नहीं है। कंगना रनौत ने कहा कि शर्मिष्ठा ने अपनी अभद्र भाषा के लिए माफी मांग ली है और उस पोस्ट को भी डिलीट कर दिया है। उन्होंने कहा कि माफी और पोस्ट डिलीट करने के बाद भी किसी को कानून का इस्तेमाल करके सताना और उसका करियर खराब कर देना गलत है। इस दौरान कंगना रनौत ने पश्चिमी बंगाल पुलिस द्वारा शर्मिष्ठा की गिरफ्तारी को गलत बताते हुए मुख्यमंत्री ममता बनर्जी से तंज के लहजे में कहा कि बंगाल को नॉर्थ कोरिया मत बनाइए।
ममता बनर्जी से अपील
बीजेपी सांसद कंगना रनौत ने पश्चिम बंगाल की मुख्यमंत्री ममता बनर्जी से शर्मिष्ठा को रिहा करने की मांग करते हुए कहा कि उसका करियर सामने पड़ा है। उसे बर्बाद नहीं करना चाहिए। कंगना ने कहा कि आजकल की जनरेशन के बच्चे इसी तरह बात करते हैं। कोई अंग्रेजी में बात करता है, तो कोई हिन्दी में बात करता है। कंगना ने कहा कि मैं पश्चिम बंगाल की मुख्यमंत्री ममता बनर्जी से अपील करती हूं कि शर्मिष्ठा को जल्द से जल्द रिहा कर दिया जाए।