शादी के लिए घर जा रहा था दूल्हा, 4 घंटे लेट थी ट्रेन; रेलवे से मांगी मदद और फिर…
- चंद्रशेखर वाघ ने हालात को देखते हुए एक्स पर एक पोस्ट किया और रेल मंत्री अश्विनी वैष्णव को स्थिति की गंभीरता के बारे में जानकारी दी। उन्होंने बताया कि उनके साथ कुछ सीनियर सिटिजन्स भी यात्रा कर रहे हैं।
भारत रेलवे से जुड़ी एक बड़ी ही दिलचस्प खबर सामने आई है। चंद्रशेखर वाघ नाम का शख्स ट्रेन में सवार होकर अपनी शादी के लिए घर जा रहा था। उसके साथ कुछ और लोग भी थे। ये सभी मुंबई से गुवाहाटी के लिए गीतांजलि एक्सप्रेस में सवार होकर निकले। मगर, ट्रेन 3-4 घंटे की देरी से चल रही थी। वाघ को जल्द ही एहसास हुआ कि इस देरी के कारण उनकी कनेक्टिंग ट्रेन मिस हो जाएगी। वह कोलकाता के हावड़ा स्टेशन से सरायघाट एक्सप्रेस पकड़ने वाले थे। इस बात को लेकर वह काफी परेशान हो गए।
चंद्रशेखर वाघ ने हालात को देखते हुए एक्स पर एक पोस्ट किया और रेल मंत्री अश्विनी वैष्णव को स्थिति की गंभीरता के बारे में जानकारी दी। उन्होंने बताया कि उनके साथ कुछ सीनियर सिटीजन्स भी यात्रा कर रहे हैं। वाघ को इस बात का डर था कि वे अपनी शादी में समय पर नहीं पहुंच पाएंगे। दूल्हे के लिए यह खुशी की बात रही कि मंत्री की ओर से तुरंत जवाब आ गया। पूर्वी रेलवे के महाप्रबंधक के निर्देश पर हावड़ा के मंडल रेल प्रबंधक और वरिष्ठ मंडल वाणिज्यिक प्रबंधक हरकत में आ गए। सरायघाट एक्सप्रेस को कुछ देर के लिए हावड़ा में रोक दिया गया।
रेलवे की ओर से तुरंत किया गया इंतजाम
रिपोर्ट के मुताबिक, गीतांजलि एक्सप्रेस के पायलट को भी स्थिति की जानकारी दी गई। उन्हें यह निर्देश दिया गया कि थोड़ा तेज गति से आगे बढ़ा जाए। रेलवे की ओर से भी सभी इंतजाम कर दिए गए, ताकि गीतांजलि एक्सप्रेस बिना किसी देरी के अपने गंतव्य पर पहुंच सके। इन प्रयासों के चलते गीतांजलि एक्सप्रेस अपने संशोधित समय से पहले हावड़ा पहुंच गई। इसके आते ही रेलवे कर्मचारियों ने यह सुनिश्चित किया कि सभी 35 सदस्य कुछ ही मिनटों में सरायघाट एक्सप्रेस में सवार हो जाएं। इस पर आभार व्यक्त करते हुए वाघ ने कहा, 'इससे हमें बस मदद ही नहीं मिली बल्कि यह बहुत दयालुता भरा कार्य था। अगर हस्तक्षेप नहीं किया जाता तो मैं और मेरा परिवार अपने जीवन में क्षण से चूक जाते। मैं भारतीय रेलवे का आभारी हूं।'