Hindi Newsदेश न्यूज़Indian passengers not safe in Bangladesh Indo Bangla International bus attacked

बांग्लादेश में सुरक्षित नहीं भारतीय यात्री, इंडो-बांग्ला इंटरनेशनल बस पर हमला

  • Bangladesh: त्रिपुरा से कोलकाता जाने वाली इंडो-बांग्ला इंटरनेशनल बस को बांग्लादेश में निशाना बनाया गया। त्रिपुरा के मुख्यमंत्री मणिक साहा ने कहा कि जो भी इस घटना के पीछे हैं उसे सुधर जाना चाहिए.. नहीं तो भारतीय अधिकारी उचित समय पर उचित कार्रवाई करेंगे।

Upendra Thapak लाइव हिन्दुस्तानSat, 30 Nov 2024 10:53 PM
share Share
Follow Us on

बांग्लादेश में जारी विवाद के बीच एक और मामला सामने आया है। बांग्लादेश के रास्ते कोलकाता से त्रिपुरा तक चलने वाली बस पर बांग्लादेश के ब्राह्मणबारिया जिले की बिस्वा रोड पर हमला किया गया है। इस हमले को लेकर त्रिपुरा के सीएम मणिक साहा ने कहा है कि जो भी लोग इन घटनाओं और बांग्लादेश में अल्पसंख्यकों पर होने वाले अत्याचारों में शामिल हैं, उन्हें खुद को सुधारना चाहिए। नहीं तो भारतीय अधिकारी सही समय पर उचित कार्रवाई करेगें।

त्रिपुरा के परिवहन मंत्री सुशांत चौधरी ने घटना की जानकारी देते हुए बताया कि श्यामोली नामक अंतर्राष्ट्रीय पेसेंजर बस त्रिपुरा से कोलकाता जा रही थी। इसी बीच बिस्वा रोड पर एक किनारे पर चल रही बस को माल ले जाने वाले ट्रक ने जानबूझकर टक्कर मार दी। उन्होंने कहा कि इस घटना के बाद बस में मौजूद भारतीय यात्री घबरा गए। कुछ मीडिया रिपोर्ट्स के मुताबिक टक्कर के बाद बस पर पत्थरबाजी भी की गई।

घटना के बारे में मीडिया से बात करते हुए सीएम ने कहा,"ऐसी घटनाओं के बारे में सोचा भी नहीं जा सकता। बांग्लादेश में जो हो रहा है उसे किसी भी कीमत पर स्वीकार नहीं किया जा सकता। उन्होंने कहा कि बस पर हमले की घटना से जुड़े कुछ और तथ्य भी हैं, जब तक उनकी पुष्टि नहीं हो जाती तब तक मैं उन पर टिप्पणी नहीं करूंगा।

सीएम ने कहा कि त्रिपुरा तीन तरफ से बांग्लादेश से घिरा हुआ है। ऐसे में हमें ज्यादा सतर्क होने की जरूरत हैं। उन्होंने कहा कि मुझे उम्मीद है कि इन घटनाओं पर हमारी केंद्र सरकार और केंद्रीय नेताओं की नजर होगी। वे निश्चित रूप से सही समय पर आवश्यक कदम उठाएंगे।

इस घटना के बाद अगरतला के निजी अस्पताल ने कहा कि वह बांग्लादेशी नागरिकों का इलाज नहीं करेंगे। अस्पताल की तरफ से कहा गया कि उन्होंने बांग्लादेशी नागरिकों का इलाज करने वाली डेस्क को बंद करने का फैसला लिया है। इसका मुख्य कारण बांग्लादेश में अल्पसंख्यकों के प्रति हो रही हिंसा है। इस मामले पर जब मुख्यमंत्री से सवाल पूछा गया तो उन्होंने कहा कि राज्य सरकार ने ऐसा कोई भी फैसला नहीं लिया है। सीएम ने कहा कि हम डॉक्टर हैं मरीज हमारे लिए सर्वोच्च प्राथमिकता है। हमारा ऐसा कोई निर्णय नहीं है, यह उनकी निजी राय हो सकती है।

अगला लेखऐप पर पढ़ें