पेजर फट सकता है तो EVM क्यों नहीं हो सकता हैक, चुनाव आयोग ने दिया जवाब
चुनाव आयोग ने महाराष्ट्र और झारखंड में विधानसभा चुनावों का ऐलान कर दिया है। मुख्य चुनाव आयुक्त राजीव कुमार ने दोनों राज्यों में विधानसभा चुनाव के लिए तारीखों की घोषणा करते हुए एक बार फिर ईवीएम पर उठाए जाने वाले सवालों को खारिज किया।
चुनाव आयोग ने महाराष्ट्र और झारखंड में विधानसभा चुनावों का ऐलान कर दिया है। मुख्य चुनाव आयुक्त राजीव कुमार ने दोनों राज्यों में विधानसभा चुनाव के लिए तारीखों की घोषणा करते हुए एक बार फिर ईवीएम पर उठाए जाने वाले सवालों को खारिज किया। उन्होंने इस दौरान हाल में उठाए गए उस सवाल का भी जवाब दिया जिसमें कहा गया कि पेजर फट सकता है तो ईवीएम क्यों नहीं हैक हो सकता है। मुख्य चुनाव आयुक्त ने कहा कि दोनों में अंतर यह है कि पेजर कनेक्टेड होता है, जबकि ईवीएम नहीं।
राजीव कुमार ने एक बार फिर साफ किया कि ईवीएम के साथ छेड़छाड़ संभव नहीं है। एक सवाल के जवाब में उन्होंने कहा, 'अभी लोग पूछते हैं कि पेजर से उड़ा देते हैं तो ईवीएम को कैसे हैक नहीं कर सकते हैं, यह भी पूछते हैं। जब किसी देश में पेजर से उड़ा दिया तो ईवीएम हैक हो जाएगी... अरे भाई पेजर कनेक्टेड होता है, ईवीएम कनेक्टेड नहीं होता है।' हरियाणा और जम्मू-कश्मीर में विधानसभा चुनाव के नतीजों के बाद सोशल मीडिया पर कुछ लोगों ने इस तरह के सवाल उठाए थे। पिछले दिनों इजरायल ने लेबनान में हिजबुल्लाह के हजारों लड़कों के पेजर में विस्फोट कर दिया था। इसी घटना के जरिए कुछ लोगों ने यह दावा किया कि ईवीएम के साथ छेड़छाड़ संभव है।
मुख्य चुनाव आयुक्त ने कहा कि उन्हें ईवीएम को लेकर 20 शिकायतें मिली हैं और वह सबका जवाब देना। ऐसा करना चुनाव आयोग की जिम्मेदारी है। हरियाणा के नतीजों के बाद ईवीएम की बैट्री को लेकर उठाए गए सवालों का जवाब देते हुए राजीव कुमार ने कहा कि पहले भी ईवीएम को लेकर सवाल उठाए गए हैं। पहले आया था कि हैक हो सकता है, इधर वोट डाला उधर जा सकता है, अब हम यह भी सोच रहे हैं कि अगला क्या आएगा। लेकिन आगे भी आएगा, यह रुकेगा नहीं। उन्होंने कहा कि जिस दिन ईवीएम में सिंबल डाला जाता है उस दिन बैट्री लागाई जाती है और उस पर भी एजेंट के हस्ताक्षर होते हैं।
मुख्य चुनाव आयुक्त ने कहा कि ईवीएम को हर स्तर पर जांच की जाती है और चुनाव प्रक्रिया पूरी होने तक हर स्तर पर वीडियोग्राफी होती है और सभी दलों के एजेंटों के सामने इसे खोला जाता है, सील किया जाता है और इसकी प्रक्रिया पूरी सबके सामने होती है इसलिए इसमें कहीं भी गड़बडी किये जाने की संभावना बिल्कुल नहीं। चुनाव आयोग ने कहा है कि एक्जिट पोल पर मीडिया को आत्मचिंतन और जिम्मेदारी से काम करने की जरूरत है