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बेटी की देखभाल के लिए IAS ऑफिसर मांग रही थीं 6 महीने की छुट्टी, सरकार ने कहा- ड्यूटी जॉइन करो

  • आपको बता दें कि लोकसभा चुनाव से पहले चुनाव आयोग ने कर्तिकेयन का मिशन शक्ति विभाग से ट्रांसफर कर दिया था। वहां वह छह साल तक पोस्टेड थीं।

Himanshu Jha लाइव हिन्दुस्तानThu, 28 Nov 2024 07:08 AM
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ओडिशा सरकार ने मंगलवार को आईएएस अधिकारी सुजाता कर्तिकेयन के चाइल्डकेयर लीव को छह महीने के लिए बढ़ाने के आवेदन को अस्वीकृत कर दिया। कर्तिकेयन 2000 बैच की आईएएस अधिकारी हैं। वह पूर्व मुख्यमंत्री नवीन पटनायक के करीबी सहयोगी वीके पांडीयन की पत्नी हैं। सामान्य प्रशासन विभाग द्वारा जारी किए गए एक आधिकारिक अधिसूचना के जरिए यह जानकारी दी गई है।

सूचना में लिखा है, "सावधानीपूर्वक विचार करने के बाद आपके द्वारा 27 नवम्बर 2024 से चाइल्डकेयर लीव की छह महीने की वृद्धि के लिए किया गया आवेदन अस्वीकृत किया जाता है। आपको बुधवार से सेवा में शामिल होने के लिए कहा जाता है।"

कर्तिकेयन को 5 जून को ओडिशा में लोकसभा और विधानसभा चुनाव परिणामों के एक दिन बाद अपनी नाबालिग बेटी की देखभाल के लिए 26 नवम्बर तक अवकाश दिया गया था। उनकी बेटी 10वीं की परीक्षा दे रही थी। 4 नवम्बर को उन्होंने इस अवकाश को छह और महीने बढ़ाने के लिए आवेदन किया था।

आपको बता दें कि लोकसभा चुनाव से पहले चुनाव आयोग ने कर्तिकेयन का मिशन शक्ति विभाग से ट्रांसफर कर दिया था। वहां वह छह साल तक पोस्टेड थीं। इसके बाद उन्हें एक ऐसे विभाग में भेजा जहां लोगों का सीधा संपर्क नहीं था। बाद में उन्हें वित्त विभाग में विशेष सचिव के रूप में पोस्ट किया गया। यहीं पर उन्हें बुधवार से कार्यभार ग्रहण करना है।

नवीन पटनायक की सरकार के दौरान भाजपा ने चुनाव आयोग से कई बार उनके खिलाफ शिकायतें की थीं। भाजपा ने आरोप लगाया था कि कर्तिकेयन बीजेडी के चुनावी प्रचार में सक्रिय रूप से भाग ले रही थीं। भाजपा का आरोप था कि मिशन शक्ति के तहत सरकार ने लगभग 70 लाख ग्रामीण महिलाओं को छह लाख स्वयं सहायता समूहों में संगठित किया था। इसका उपयोग बीजेडी के लिए वोट प्राप्त करने के लिए किया जा रहा था। भाजपा ने चुनाव के दौरान उनकी निलंबन की भी मांग की थी।

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