पति ही निकला पत्नी का हत्यारा, लूट और रेप की झूठी कहानी बुनी; पुलिस के जाल में ऐसे फंसा
- ओडिशा में पुलिस ने महिला के कत्ल में उसके पति को गिरफ्तार किया। उसने पुलिस के सामने कहानी बुनी कि उनके साथ लूटपाट हुई थी और बदमाशों ने उसकी पत्नी की हत्या कर दी।
ओडिशा के कोरापुट जिले में 21 वर्षीय महिला की हत्या के केस को पुलिस ने सुलझा लिया है। मामले में पुलिस ने महिला के पति को ही मुख्य आरोपी बताया। पुलिस का कहना है कि आरोपी ने अपने दोस्तों के साथ मिलकर पत्नी की हत्या कर दी थी। जबकि उसने पुलिस को झूठी कहानी बताई। आरोपी ने बताया था कि घर लौटते वक्त बदमाशों ने उन दोनों को पकड़ लिया और उसे पेड़ पर बांधकर पहले पत्नी की इज्जत लूटी और फिर लूट और पत्नी की हत्या करके मौके से फरार हो गए। पुलिस ने इस गुत्थी को 24 घंटे के भीतर ही सुलझा लिया।
नंदपुर पुलिस स्टेशन की इंस्पेक्टर ममता कुमारी पांडा ने मामले का खुलासा करते हुए कहा कि कोरापुट जिले के हरियामुंडा गांव की 21 वर्षीय साबित्री खरा की गला दबाकर हत्या की गई थी। इस हत्याकांड में उसका पति महेंद्र खरा गिरफ्तार हुआ है। वह इस हत्याकांड में मुख्य साजिशकर्ता था। उसने पुलिस के सामने कहानी बुनी कि उनके साथ लूटपाट हुई थी और बदमाशों ने उसकी पत्नी की हत्या की।
पुलिस ने गुत्थी को कैसे सुलझाया
पुलिस अधिकारी के अनुसार, वे दोनों सोमवार शाम अपने घर लौट रही थी। महिला के ससुर पुरबा खरा ने नंदपुर थाने में प्राथमिकी दर्ज करायी कि उनकी बहू सुभद्रा योजना के लिए आवेदन कर घर लौट रही थी, तभी बदमाशों ने उसकी हत्या कर दी। उन्होंने आरोप लगाया कि खुदुबाई चक पर पांच बदमाशों ने उनकी बाइक रोकी, महेंद्र के साथ मारपीट की और उसे पेड़ से बांध दिया। इसके बाद हमलावरों ने उनकी बहू के सोने के आभूषण लूट लिए और महेंद्र के सामने ही उसकी हत्या कर दी। उन्होंने यहां तक आरोप लगाया कि बदमाशों ने उनकी बहू के साथ दुष्कर्म किया है।
हालांकि, जांच के दौरान, पुलिस ने कहा कि महेंद्र खरा के मोबाइल लोकेशन और कॉल डिटेल निकाली तो संदेह हुआ। कड़ाई से पूछताछ करने पर पता चला कि उसने और चचेरे भाई महेश माली को पत्नी की हत्या की योजना में शामिल किया। पुलिस के अनुसार, "नंदपुर से अपने गांव लौटते समय महेंद्र खरा ने महेश माली और दोस्त सोमनाथ माली को बुलाया। हंडाल टोटा के पास उसने अपनी बाइक रोकी, फिर महेश माली ने लकड़ी के डंडे से साबित्री खरा पर हमला किया और महेंद्र ने साबित्री खारा का गला दबा दिया। इससे उसकी तुरंत मौके पर ही मौत हो गई। योजना के अनुसार, सोमनाथ माली और महेश माली दोनों ने महेंद्र को एक पेड़ से बांध दिया और भाग गए।''