एक चुनाव के लिए कितनी फीस लेते हैं प्रशांत किशोर? खुद कर दिया खुलासा; बोले- पैसे की चिंता नहीं
- जन सुराज पार्टी के संयोजक और चुनावी रणनीतिकार प्रशांत किशोर ने खुद बताया है कि वह एक चुनाव में सलाह देने के लिए 100 करोड़ या उससे ज्यादा फीस लेते हैं।
जन सुराज पार्टी के संयोजक प्रशांत किशोर कई पार्टियों के लिए चुनावी रणनीति तैयार कर चुके हैं। यहां तक कि 2014 के लोकसभा चुनाव में उन्होंने बीजेपी के लिए भी काम किया था। उन्होंने बताया है कि आखिर वह एक चुनाव के लिए कितना चार्ज करते हैं? पीके ने बताया कि वह चुनावी रणनीति बनाने के लिए वह 100 करोड़ रुपये से ज्यादा चार्ज करते थे। उन्होंने यह भी कहा कि 10 राज्यों में उनकी बनाई सरकारें चल रही हैं।
बिहार में होने वाले उपचुनाव के दौरान प्रचार के समय बेलागंज में उन्होंने इस बात का खुलासा किया है। बता दें कि 13 नवंबर को बिहार की चार विधानसभा सीटों पर उपचुनाव होने हैं। बेलागंज में उन्होंने कहा, अकसर लोग पूछते हैं कि पार्टी के लिए फंड कहां से मिलता है। तो जान लीजिए कि 10 राज्यों में हमारी बनाई सरकारें चल रही हैं। आपको क्या लगता है कि हमारे पास टेंट लगाने के पैसे नहीं हैं। क्या आप को लगता है कि हम कमजोर हैं? बिहार में कोई मेरी तरह फीस नहीं ले सकता। अगर मैं किसी को एक चुनाव में सलाह देता हूं तो 100 करोड़ या उससे ज्यादा की फीस है। मैं केवल एक चुनाव में रणनीति बनाकर ही अपनी पार्टी को दो साल चला सकता हूं।
उन्होंने कहा, हम मजबूती से लड़ रहे हैं। आपके बच्चों को आगे बढ़ाने के लिए लड़ रहे हैं। आपके मां-बाप विधायक नहीं हैं कोई बात नहीं। आपके पास व्यवस्था नहीं है तो कोई बात नहीं। गरीब का भी बच्चा अगर राजनीति में आना चाहता है तो आइए। आप पैसे की चिंता ना करिए। व्यवस्था की चिंता ना करिए। वह चिंता अपने भाई पर छोड़ दीजिए।
बता दें कि बिहार में बेलागंज के अलावा इमामगंज, रामगढ़ और तारारी विधानसभा सीटों पर उपचुनाव होना है। लोकसभा चुनाव के दौरान इन विधायकों की जीत के बाद ये सीटें खाली हो गई थीं। वहीं बात करें प्रशांत किशोर की तो वह 2014 के लोकसभा चुनाव में प्रधानमंत्री मोदी के लिए रणनीति बना चुके हैं। इसके बाद 2015 में बिहार के चुनाव में नीतीश कुमार और आरजेडी के गठबंधन के लिए स्ट्रैटजी तैयार की।
2017 के यूपी के विधानसभा चुनाव में उन्होंने कांग्रेस के लिए काम किया। हालांकि इस चुनाव में उन्हें सफलता नहीं मिली। हालांकि 2021 के पंजाब विधानसभा चुनाव में कांग्रेस को जीत हासिल हुई। उन्होंने 2019 में वाईएसआर कांग्रेस, 2021 में टीएमसी, 2020 में आम आदमी पार्टी के लिए विधानसभा चुनावों में रणनीति बनाई थी।