सुलझ गई गुत्थी: ये शख्स दे रहा था विमानों को उड़ाने की धमकी, आतंकवाद पर लिख चुका है किताब
- नागपुर पुलिस ने बम से उड़ाने की कई झूठी धमकियां देने वाले शख्स की पहचान कर ली है। इससे पहले 2021 में भी उसे गिरफ्तार किया गया था। फिलहाल वह फरार है। उसे जल्द से जल्द पकड़ने के लिए एक विशेष टीम बनाई गई है।
पिछले कुछ दिनों से देश भर में विमानों में बम होने की खबर से दहशत का माहौल है। इसे लेकर अब पुलिस के हाथ बड़ी कामयाबी लगी है। नागपुर पुलिस ने विमानों को बम से उड़ने की धमकी देने वाले शख्स की पहचान कर ली है। पुलिस के मुताबिक इन धमकियों के पीछे नागपुर के गोंदिया का रहने वाला 35 साल का एक शख्स है। गौरतलब है कि लगातार आ रही इन धमकियों के बीच कई फ्लाइट्स में देरी हुई। वहीं हवाई अड्डों और अन्य प्रतिष्ठानों पर सुरक्षा व्यवस्था भी बढ़ा दी गई है। इससे पहले 26 अक्टूबर तक 13 दिनों में देश के एयरलाइन्स द्वारा संचालित 300 से अधिक उड़ानों को बम से उड़ाने की धमकियां मिली हैं। सरकारी एजेंसियों ने पहले बताया था कि अधिकांश धमकियां सोशल मीडिया के माध्यम से दी गई थीं। 22 अक्टूबर को इंडिगो और एयर इंडिया की 13-13 उड़ानों सहित लगभग 50 उड़ानों को बम की धमकियां मिली थीं।
नागपुर पुलिस की स्पेशल ब्रांच ने शख्स की पहचान जगदीश उइके के रूप में की है। जगदीश को 2021 में एक मामले में गिरफ्तार किया गया था। दिलचस्प बात यह यह कि आरोपी इससे पहले आतंकवाद पर एक किताब भी लिख चुका है। एक वरिष्ठ पुलिस अधिकारी ने बताया, "पहचान होने के बाद जगदीश उइके फिलहाल फरार है।" पुलिस उपायुक्त (डीसीपी) श्वेता खेडकर के नेतृत्व में की गई जांच में उइके के ईमेल से जुड़ी विस्तृत जानकारियां सामने आई हैं। अधिकारियों ने बताया कि जगदीश उइके ने प्रधानमंत्री कार्यालय, रेल मंत्री, महाराष्ट्र के मुख्यमंत्री एकनाथ शिंदे, एयरलाइन कार्यालयों, पुलिस महानिदेशक (डीजीपी) और रेलवे सुरक्षा बल (आरपीएफ) सहित विभिन्न सरकारी निकायों को ईमेल भेजे थे।
नरेंद्र मोदी से मिलने का अनुरोध
सोमवार को जगदीश उइके ने एक ईमेल भेजा था जिसमें धमकी दी गई थी कि अगर उसे गुप्त आतंकी कोड के बारे में जानकारी देने का मौका नहीं दिया गया तो वे विरोध प्रदर्शन करेगा। उसने आतंकी खतरों के बारे में अपनी जानकारी पर चर्चा करने के लिए प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी से मिलने का भी अनुरोध किया है। इसके बाद नागपुर पुलिस ने महाराष्ट्र के उपमुख्यमंत्री देवेंद्र फडणवीस के आवास के बाहर सुरक्षा बढ़ा दी थी। अधिकारी ने बताया कि 21 अक्टूबर को रेल मंत्री अश्विनी वैष्णव और डीजीपी तथा आरपीएफ को भेजे गए ईमेल के बाद रेलवे स्टेशनों पर सुरक्षा बढ़ा दी गई थी। उन्होंने कहा, "उइके को गिरफ्तार करने के लिए एक विशेष टीम बनाई गई है।" अधिकारियों के कहा है कि उसे जल्द ही उसे गिरफ्तार किया जाएगा।