वंदे भारत ट्रेन पर सरकार मेहरबान, ये 5 रूट भी होंगे अपडेट; जानें रेलवे को बजट में क्या मिला
- सरकार भविष्य में बुलेट ट्रेन चलाने के बजाए वंदे भारत स्लीपर को अधिकतम 240 किलोमीटर प्रतिघंटा चलाने की योजना बना रही है।

वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण ने आम बजट में रेलवे के ट्रैक को अधिक सुरिक्षत बनाने और उन पर सेमी हाई स्पीड वंदे भारत ट्रेन के परिचालन को अहमियत दी है। बजट में रेल मंत्रालय को 3,02,100 करोड़ रुपये देने की घोषणा की गई है। इनमें से 2,55,000 करोड़ रुपये नई पटरियों, पटरियों के दोहरीकरण के अलावा वंदे भारत, वंदे भारत स्लीपर और अमृत भारत ट्रेन के कोच निर्माण पर खर्च किया जाएगा।
इसके अलावा, रेलवे स्टेशनों पर यात्री सुविधाएं व खानपान को बेहतर बनाने के उपाय किए जाएंगे। बजट में रेलवे के बुनियादी ढांचे को आधुनिक व विश्व स्तरीय बनाने पर जोर रहेगा। सीतारमण ने वित्तीय वर्ष 2024-25 के बजट में रेलवे को 2,79,000 रुपये का आवंटन किया था। आम बजट 2025-26 में 23,100 करोड़ रुपये का इजाफा हुआ है। तीन लाख करोड़ से अधिक के बजट में रेलवे के बुनियादी ढांचे को आधुनिक व विश्व स्तरीय बनाने पर जोर रहेगा।
रेलवे रूट हो रहे अपडेट
रेलवे दिल्ली-मुंबई, दिल्ली-कोलकाता, दिल्ली-चेन्नई, दिल्ली-हावड़ा, मुंबई-हावड़ा रेलवे रूट को अपग्रेड कर रहा है। सरकार भविष्य में बुलेट ट्रेन चलाने के बजाए वंदे भारत स्लीपर को अधिकतम 240 किलोमीटर प्रतिघंटा चलाने की योजना बना रही है। सीतारमण ने विकसित देशों की तर्ज पर भारतीय रेल में यात्री व मालढुलाई के लिए तीन नए रेल कॉरिडोर बनने की घोषणा पिछले बजट में कर दी थी।
बजट से 260 वंदे भारत स्लीपर ट्रेन की योजना को गति मिलेगी। विश्व स्तरीय सुविधाओं वाली लंबी दूरी की सेमी हाई स्पीड वंदे भारत ट्रेन भारतीय रेल का चेहरा बदल देंगी। रेलवे ने 10 वंदे भारत स्लीपर ट्रेन के निर्माण के लिए मंजूरी दी है। वित्तीय वर्ष 2025-26 के दौरान 50 वंदे भारत स्लीपर ट्रेन को चलाने का लक्ष्य है। जबकि रेलवे ने तकनीकी पर आधारित 200 नई वंदे भारत ट्रेन को बनाने की योजना तैयार की है।
स्लीपर की जगह एसी श्रेणी में सफर को तरजीह
रेल किराये मद में रेल की बढ़ती आमदनी इस बात का संकेत है कि यात्री स्लीपर-जनरल के बजाए एसी श्रेणियों में ज्यादा सफर कर रहे हैं। बजट में रेलवे की यात्री किराये में आय का लक्ष्य 92,800 करोड़ रखा गया है। पिछले साल इस मद में रेलवे की आय 80,000 करोड़ हुई थी।
वंदे भारत ट्रेन की बढ़ती लोकप्रियता, एसी कोच के उत्पादन में उछाल, ट्रेन का समयपालन, आसन रेल टिकट बुकिंग आदि के चलते स्लीपर श्रेणी के यात्री धीरे-धीरे एसी-3, 2 व चेयरकार में सफर करने लगे हैं। वित्त मंत्री ने रेलवे को 3,02,100 करोड़ के भारी भरकम बजट देकर रेलवे के सुरक्षित और तेज सफर का प्रबंध किया है। इसका अधिकांश हिस्सा रेलवे के बुनियादी ढांचे के मजबूत-आधुनिकीकरण पर खर्च किया जाएगा। रोड सेफ्टी को रेलवे आरओबी-आरयूबी पर 7706 करोड़ खर्च करेगा। 1700 लोकोमोटिव खरीद से यात्री मद में 8.7 व मालढुलाई में 3.13 फीसदी की क्षमता वृद्धि होगी। रेलवे अमृत भारत योजना के तहत 303 स्टेशनों पर यात्री सुविधाएं बढाएगी। जबकि रेल सुरक्षा सुदृढ करने के लिए 150 स्टेशनों पर फुट ओवर ब्रिज (एफओबी) बनेंगे।