किसानों को मोदी सरकार का बड़ा तोहफा; आय दोगुनी करने में मिलेगी मदद, जानें नई पहल के बारे में
- बताया जा रहा है कि ये नई किस्में अधिक उपज देने वाली हैं, कम पानी की आवश्यकता होती है। साथ ही, 40 प्रतिशत फॉस्फोरस उर्वरक का उपयोग कम होने के साथ पनप सकती हैं।
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने पूरे भारत में कृषक समुदाय को लाभ पहुंचाने के उद्देश्य से 109 नई फसल किस्में जारी की हैं। आईसीएआर-आईआईआरआर के एक बयान में सोमवार को यह जानकारी दी गई। इन 109 किस्मों में 61 फसलों में 34 क्षेत्रीय फसलें और 27 बागवानी फसलें शामिल हैं। इनमें से 9 चावल की किस्में हैं जो जलवायु-लचीली, बायोफोर्टिफाइड और कम उर्वरक आवश्यकताओं के साथ उच्च उपज देने वाली हैं। हैदराबाद स्थित आईसीएआर-भारतीय चावल अनुसंधान संस्थान (ICAR-IIRR) ने चावल की तीन किस्मों डीआरआर धान 73, डीआरआर धान 74, और डीआरआर धान 78 का योगदान दिया है।
बताया जा रहा है कि ये किस्में अधिक उपज देने वाली हैं, कम पानी की आवश्यकता होती है। साथ ही, 40 प्रतिशत फॉस्फोरस उर्वरक का उपयोग कम होने के साथ पनप सकती हैं। जिससे वे जलवायु-लचीली कृषि के लिए आदर्श बन गई हैं। इन किस्मों को आईसीएआर-आईआईआरआर की ओर से समन्वित चावल पर अखिल भारतीय समन्वित अनुसंधान परियोजना (AIRPR) के जरिए विभिन्न राज्यों और पारिस्थितिक क्षेत्रों के लिए अधिसूचित और जारी किया गया है।
किसानों को उनकी आय दोगुनी करने में मिलेगी मदद
प्रधानमंत्री ने कृषि विज्ञान केंद्रों (KVK) से आग्रह किया कि वे किसानों को उनकी आय दोगुनी करने में मदद करने के लिए इन नई किस्मों के लाभों के बारे में सक्रिय रूप से सूचित करें। आईसीएआर-आईआईआरआर के निदेशक डॉ. आर एम सुंदरम ने बताया कि आगामी सीजन में केवीके और एआईसीआरपीआर नेटवर्क के माध्यम से इन किस्मों का प्रसार करने के प्रयास चल रहे हैं। बयान में कहा गया कि इन किस्मों को जनजातीय उप-योजना और अनुसूचित जाति उप-योजना जैसे प्रमुख कार्यक्रमों के माध्यम से समाज के हाशिए पर रहने वाले वर्गों में भी वितरित किया जाएगा, खासकर उन क्षेत्रों में जहां किसान जलवायु परिवर्तन से प्रभावित हैं।