हो सकता है कि गौरव गोगोई को फंसाया गया, मुझे उनसे सहानुभूति है: CM हिमंत बिस्वा सरमा
- सरमा ने एक कार्यक्रम के दौरान पत्रकारों से बातचीत में गोगोई के प्रति सहानुभूति जताते हुए कहा कि नए सबूत सामने आने के बाद यह मामला राजनीति से आगे निकल गया है और अब यह पूरी तरह से राष्ट्रीय सुरक्षा से जुड़ा हुआ है।
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कांग्रेस नेता गौरव गोगोई की ब्रिटिश पत्नी से जुड़े विवाद को लेकर गोगोई के खिलाफ अपना रुख नरम करते हुए असम के मुख्यमंत्री हिमंत बिस्वा सरमा ने रविवार को कहा कि विपक्षी नेता को एक बड़ी भारत विरोधी’’ साजिश के तहत फंसाया या ब्लैकमेल किया गया हो सकता है। सरमा ने एक कार्यक्रम के दौरान पत्रकारों से बातचीत में गोगोई के प्रति सहानुभूति जताते हुए कहा कि नए सबूत सामने आने के बाद यह मामला राजनीति से आगे निकल गया है और अब यह पूरी तरह से राष्ट्रीय सुरक्षा से जुड़ा हुआ है।
इससे पहले, गोगोई की पत्नी एलिजाबेथ कोलबर्न से जुड़े विवाद को लेकर कांग्रेस सांसद गौरव गोगोई के कानूनी कदम उठाने की योजना का स्वागत करते हुए सरमा ने कहा कि राज्य सरकार भी कानूनी कार्यवाही शुरू कर रही है। सरमा ने यहां संवाददाताओं से कहा, ''हमने एक सांसद के बारे में इस विषय पर चर्चा शुरू की थी, लेकिन अब यह बहुत उच्च स्तर पर पहुंच गया है। यह अब गौरव गोगोई से संबंधित नहीं है। अब हमारे पास इस बात के सबूत या जानकारी है कि इसके पीछे भारत विरोधी ताकत सक्रिय रूप से काम कर रही है। हम आज मंत्रिमंडल की बैठक में इस पर फैसला करेंगे।''
उन्होंने कहा, ''अब ऐसा लग रहा है कि गौरव गोगोई पूरी व्यवस्था में सिर्फ़ एक अभिनेता हैं, वह निर्देशक नहीं हैं। हो सकता है कि उन्हें अनजाने में फंसाया गया हो। इसलिए हम इस मामले की सहानुभूतिपूर्ण नजरिए से जांच कराएंगे। हम इस समय उन पर आरोप नहीं लगाना चाहते।'' सरमा ने कहा, ''जिस तरह से लंदन, अमेरिका और इस्लामाबाद इसमें शामिल हैं, हो सकता है उन्हें ब्लैकमेल किया गया हो? इसलिए, पूरे विषय की गंभीर गहन जांच की आवश्यकता है।''
गोगोई द्वारा फेसबुक पर कोलबर्न को लिखे गए पत्र और उनके द्वारा पारंपरिक असमिया पोशाक पहनकर बिहू गीत गाने के बारे में पूछे जाने पर मुख्यमंत्री ने कहा कि काजीरंगा राष्ट्रीय उद्यान में आने वाले पर्यटक भी बिहू गीत गाएंगे, यदि उन्हें मेखला-चादोर (महिलाओं की पारंपरिक पोशाक) पहनाई जाए। उन्होंने कहा, ''मुझे गोगोई से सहानुभूति है। किसी ने उन्हें फंसाया होगा। शुरू में मुझे लगा कि शायद उन्होंने ही यह किया है। लेकिन जब मुझे पूरी तस्वीर पता चली, जिसमें कुछ बड़े नाम शामिल हैं, तो मुझे सहानुभूति हुई।''
सरमा ने कहा, ''मैं कांग्रेस की असम इकाई के प्रमुख भूपेन बोरा को भी सभी दस्तावेज सौंपूंगा, ताकि वह स्वयं तथ्यों की पुष्टि कर सकें। शायद, कांग्रेस को पूरी तस्वीर का पता नहीं है।'' उन्होंने कहा, ''जब मामले की जांच होगी, तो मैं बोरा को एक पत्र लिखकर उन्हें मामले की पृष्ठभूमि और मामले को आगे बढ़ाने के हमारे फैसले के पीछे के कारणों के बारे में बताऊंगा।'' उन्होंने कहा, ''मैं जो पत्र प्रधानमंत्री और गृह मंत्री को दूंगा, वह कांग्रेस प्रमुख मल्लिकार्जुन खरगे और बोरा को भी दिया जाएगा। यह राष्ट्रीय सुरक्षा का मामला है।''
सरमा ने कोलबर्न की नागरिकता का हवाला देते हुए पिछले सप्ताह इस मुद्दे पर गोगोई पर निशाना साधा था और पाकिस्तानी खुफिया एजेंसी आईएसआई से संबंध, युवाओं को कट्टरपंथी बनाने के लिए पाकिस्तानी दूतावास में ले जाने, तथा पिछले 12 वर्षों से भारतीय नागरिकता लेने से इनकार करने के आरोपों के बारे में जवाब मांगा था। सरमा ने यह भी आरोप लगाया था कि गोगोई ने ब्रिटिश नागरिक से विवाह के बाद संसद में संवेदनशील रक्षा मामलों पर सवाल उठाए थे, जिसे विपक्षी नेता ने झूठा आरोप करार दिया।
सरमा ने बिना विस्तार से बताए दावा किया कि गोगोई के पिता और पूर्व मुख्यमंत्री तरुण गोगोई ने भी कई चीजों का विरोध किया था। उन्होंने कहा, ''मैं व्यक्तिगत बातें नहीं कहना चाहता, लेकिन गोगोई ने एक साक्षात्कार में इस व्यवस्था का विरोध किया था। वह एक वरिष्ठ राजनेता थे और बहुत सी चीजों को समझते थे। मुझे लगता है कि हमें पूरे विषय के निहितार्थों को देखना चाहिए।'' असम के मुख्यमंत्री ने कहा, ''पाकिस्तान के एक मंत्री द्वारा असम के विदेशियों के मुद्दे पर ट्वीट करने का क्या मतलब था? और उस ट्वीट को असम के व्यक्ति से जोड़ने का क्या तर्क था? जब मैंने उस व्यक्ति के बारे में पता लगाया, तो पाया कि वह आईएसआई से जुड़ा एक महत्वपूर्ण शख्स है।''