पहलगाम हमले के पीछे चीन का भी हाथ? रक्षा एक्सपर्ट का दावा- आतंकियों के पास था हुवावे का फोन
पहलगाम आतंकी हमला हाल के दिनों में भारत में हुआ सबसे घातक हमला था, जिसमें 26 लोगों की जान चली गई। इसके बाद ऑपरेशन सिंदूर के तहत भारत ने आतंकी ठिकानों को नष्ट कर एक मजबूत संदेश दिया है।

पहलगाम में हुए आतंकी हमले को लेकर राष्ट्रीय सुरक्षा सलाहकार बोर्ड (NSAB) के सदस्य और लेखक व रक्षा एक्सपर्ट तिलक देवाशर ने बड़ा दावा किया है। उन्होंने कहा कि इस हमले में शामिल आतंकियों के पास चीनी कंपनी हुवावे के ऐसे फोन पाए गए, जो विशेष रूप से पाकिस्तानी सेना के लिए बनाए गए थे। उन्होंने कहा कि ये कुछ ऐसा है जिसके बारे में पूरा राजनायिक समुदाय जानना चाहेगा कि क्या इसमें चीन का हाथ था?
तिलक देवाशर का खुलासा: एक बड़ी साजिश की ओर इशारा
तिलक देवाशर ने ANI के एक पॉडकास्ट में बताया कि पहलगाम आतंकी हमले में शामिल चार आतंकियों के पास हुवावे के खास फोन थे। ये इस बात की ओर इशारा करता है कि हमले के पीछे एक बड़ी साजिश हो सकती है। उन्होंने कहा, "आतंकियों के पास चीनी फोन थे और ये वही फोन थे जो सिर्फ पाकिस्तानी सेना के लिए बनाए गए हैं। यह एक गंभीर सवाल उठाता है कि क्या इस हमले में पाकिस्तानी सेना की सीधी या अप्रत्यक्ष भूमिका थी। आप समझ सकते हैं कि यह कितनी बड़ी साजिश हो सकती है।"
पहलगाम में हुए इस आतंकी हमले में 25 भारतीय और एक नेपाली नागरिक की जान चली गई थी। हमले की जिम्मेदारी आतंकी संगठन जैश-ए-मोहम्मद (JeM) ने ली जो पाकिस्तान स्थित लश्कर-ए-तैयबा (LeT) का मुखौटा संगठन है। रिपोर्टों की मानें तो हुवावे के इन फोन में सैटेलाइट एंटीना और विशेष चिप्स थे, जो बिना किसी बाहरी उपकरण के सैटेलाइट से कनेक्ट हो सकते थे। भारतीय सुरक्षा एजेंसियां अब इन फोन की उत्पत्ति, उनके मूवमेंट और संभावित हैंडलर्स की जांच कर रही हैं। संदेह है कि ये फोन पाकिस्तान या किसी अन्य देश से भारत में तस्करी के जरिए लाए गए होंगे।
पूर्व राजनयिक यश सिन्हा ने खोली पाक की पोल
पॉडकास्ट में शामिल पूर्व राजनयिक यश सिन्हा ने पाकिस्तान में भारत के प्रति नफरत की मानसिकता का जिक्र किया। उन्होंने कहा, "पाकिस्तान हमें अपना सबसे बड़ा दुश्मन मानता है। जब मैं इस्लामाबाद में था, तो मुझे और मेरी पत्नी को एक दंपति ने डिनर के लिए इनवाइट किया था। इस दौरान वे अपने बच्चों को लेकर आए थे। उनमें से एक बच्ची करीब 6-7 साल की रही होगी। दंपति ने अपने बच्चों से हमारा परिचय ये कहकर करवाया कि हम भारतीय दूतावास के उच्चायुक्त हैं। तो पता है कि उन बच्चों का क्या रिएक्शन था- 'हाय, ये तो (इंडियंस) हमारे दुश्मन हैं।'" उन्होंने कहा कि ये दिखाता है कि पाकिस्तान में बच्चों को बचपन से ही भारत के खिलाफ नफरत सिखाई जाती है।
ऑपरेशन सिंदूर: भारत की जवाबी कार्रवाई
पहलगाम हमले के जवाब में भारतीय सशस्त्र बलों ने 'ऑपरेशन सिंदूर' शुरू किया। इस ऑपरेशन के तहत भारतीय वायु सेना ने पाकिस्तान और पाकिस्तान के कब्जे वाले जम्मू-कश्मीर (PoJK) में नौ आतंकी ठिकानों पर सटीक हमले किए। चार हमले पाकिस्तान के बहावलपुर, मुरीदके और सियालकोट में किए गए, जबकि पांच हमले PoJK में किए गए। इन हमलों का मकसद JeM और LeT के उन आतंकी नेताओं को खत्म करना था, जिन्होंने पहलगाम हमले की साजिश रची थी।