प्रदर्शनकारियों पर हरियाणा पुलिस ने बरसाए फूल, किसान बोले- केमिकल मिला था, कई की तबीयत बिगड़ी
- किसान नेता सरवण सिंह पंधेर ने बताया कि अब कल मीटिंग के बाद आगे जाने को लेकर फैसला होगा। इसमें तय किया जाएगा कि जत्था कब आगे भेजना है।
पंजाब के किसानों को दिल्ली जाने से रोकने के लिए हरियाणा पुलिस की ओर से की गई मल्टीलेयर बैरिकेडिंग, आंसू गैस के गोले और वाटर केनन के इस्तेमाल से आज फिर 101 किसानों का दिल्ली कूच विफल हो गया। बिना इजाजत दिल्ली जा रहे किसानों पर पुलिस ने आंसू गैस के गोले दागे और पानी की बौछार कर उन्हें खदेड़ दिया। इस दौरान 8 किसान घायल हो गए। एक की हालत गंभीर है जिसे चंडीगढ़ पीजीआई रेफर किया गया है। किसानों का जत्था रविवार को शंभु बॉर्डर से वापस लौट गया। किसान नेता सरवण सिंह पंधेर किसानों को वापस लेने गए।
किसान नेता सरवण सिंह पंधेर ने बताया कि अब कल मीटिंग के बाद आगे जाने को लेकर फैसला होगा। इसमें तय किया जाएगा कि जत्था कब आगे भेजना है। पंधेर ने कहा कि आज भी 7-8 किसान घायल हुए हैं। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी या तो उनकी मांगों का समाधान करें या उन्हें दिल्ली जाने की इजाजत दें। उन्होंने कहा कि अब भी किसान कर्ज के बोझ तले दबकर मर रहा है। इसलिए अगर कुछ किसानों को अपने संघर्ष के लिए जान भी देनी पड़ेगी तो वे इससे पीछे नहीं हटेंगे।
पुलिस ने बरसाए फूल, किसान बोले- केमिकल मिला था
आगे बढ़ रहे किसानों पर हरियाणा पुलिस ने फूल भी बरसाए। मगर, किसानों ने आरोप लगाया कि हरियाणा प्रशासन की ओर से फेंके गए फूलों में केमिकल मिलाया गया था, जिससे किसान घायल हुए हैं। पुलिस ने किसानों को अदरक वाली चाय, बिस्किट और पानी की बोतल भी ऑफर की। किसानों के दिल्ली चलो मार्च पर केंद्रीय मंत्री जीतन राम मांझी ने कहा, 'राज मंत्री ने कहा है कि मार्च करने की जरूरत नहीं है। उनके 5 प्रतिनिधि आकर सरकार से बातचीत करें। सरकार बातचीत करने के लिए तैयार है। ऐसी परिस्थिति में मार्च का ढ़ोंग रचा जा रहा है और राजनीति की जा रही है। किसानों की स्थिति को लेकर पीएम मोदी काफी चिंतित हैं। किसानों को उनके उत्पादों का दोगुना फायदा है। MSP को बढ़ाने की बात उन्होंने की है तो फिर आंदोलन किस बात का है?'