केंद्रीय बलों को तैनात करें, वक्फ कानून के खिलाफ बंगाल में बेकाबू हालात पर हाई कोर्ट सख्त
- वक्फ कानून को लेकर हुए हिंसा के मद्देनजर कलकत्ता हाई कोर्ट ने केंद्रीय बलों को तैनात करने का आदेश दिया है।

पश्चिम बंगाल के मुर्शिदाबाद जिले में वक्फ कानून के खिलाफ भड़की हिंसा के बीच हालात बेकाबू हो चले हैं। हिंसा के मद्देनजर कलकत्ता हाईकोर्ट ने शनिवार को केंद्रीय बलों की तैनाती का आदेश दिया है। हालिया हिंसा में तीन लोगों की जान चली गई है।
इंडिया टुडे की रिपोर्ट के मुताबिक, यह फैसला बीजेपी नेता और नेता प्रतिपक्ष सुवेंदु अधिकारी की याचिका पर लिया गया, जिसमें उन्होंने मुस्लिम-बहुल इस बॉर्डर जिले में केंद्रीय सुरक्षा बल भेजने की मांग की थी।
मुर्शिदाबाद में 8 अप्रैल से ही हालात तनावपूर्ण बने हुए हैं। वक्फ एक्ट के खिलाफ प्रदर्शन ने हिंसक रूप ले लिया, जिसमें पुलिस और प्रदर्शनकारियों के बीच झड़पें हुईं। शनिवार को हिंसा ने और गंभीर रूप ले लिया, जब एक भीड़ ने बाप-बेटे की बेरहमी से हत्या कर दी। अब तक 110 से ज्यादा लोगों की गिरफ्तारी हो चुकी है और पुलिस लगातार छापेमारी कर रही है।
मुख्यमंत्री ममता बनर्जी ने राज्य में वक्फ कानून को लागू न करने का ऐलान किया है और शांति की अपील की है। उन्होंने कहा कि यह कानून केंद्र सरकार का है और सवाल भी उन्हीं से पूछे जाने चाहिए। उन्होंने ट्वीट कर कहा, “मेरी सभी धर्मों के लोगों से अपील है कि शांति बनाए रखें, उकसावे में न आएं। हर इंसानी जान कीमती है, राजनीति के नाम पर दंगे न फैलाएं।”
वहीं बीजेपी ने तृणमूल कांग्रेस सरकार पर कानून व्यवस्था संभालने में नाकाम रहने का आरोप लगाया है। पार्टी ने केंद्र से मामले की जांच एनआईए से कराने की मांग भी की है। वहीं सुवेंदु अधिकारी ने इस हिंसा को जिहादी ताकतों द्वारा लोकतंत्र पर हमला बताया।
रिपोर्ट्स की मानें तो राज्य के कई जिलों मालदा, मुर्शिदाबाद, दक्षिण 24 परगना और हुगली में शुक्रवार को बड़े पैमाने पर हिंसा हुई। पुलिस की गाड़ियों को जलाया गया, सुरक्षाबलों पर पथराव हुआ और सड़कों पर जाम लगाया गया। फिलहाल बीएसएफ की मदद से हालात पर काबू पा लिया गया है और हिंसा के केंद्र जंगीपुर सहित संवेदनशील इलाकों में भारी संख्या में सुरक्षाबल तैनात किए गए हैं।