Hindi Newsदेश न्यूज़ek hote to safe hote devendra fadnavis said mentioning panipat war

एक होते तो सेफ होते, पानीपत की लड़ाई का जिक्र कर क्या संदेश दे गए देवेंद्र फडणवीस

  • पानीपत के काला आम्ब के एक कार्यक्रम में देवेंद्र फडणवीस ने कहा कि अगर उस समय देश के राजा मरठों के साथ आ गए होते तो अब्दाली हार जाता। उन्होंने कहा कि अगर उस समय हम एक होते तो सेफ होते।

Ankit Ojha लाइव हिन्दुस्तानTue, 14 Jan 2025 11:53 PM
share Share
Follow Us on

महाराष्ट्र के मुख्यमंत्री देवेंद्र फडणवीस ने कहा कि पानीपत की भूमि वीरों की भूमि है, जो वीरता और एकता को दर्शाती है और इसका संदेश भी देती है। यहीं से मराठों को एकता में रहने का सूत्र मिला और इसके बाद मराठों ने भगवे के स्वाभिमान को आगे बढ़ाते हुए हिंद स्वराज की स्थापना की। मराठों ने वीरता दिखाते हुए मंदिरों, आस्था स्थलों, पूजा स्थलों को तोड़ने वाले आक्रांताओं को सबक सिखाते हुए पुन: हिन्दुस्तान में भगवे की स्थापना की। मराठे संकुचित भावना को छोड़ देव, देश और धर्म के लिए लड़े। वे जिस मुहिम में हार गए थे, उसको दोबारा स्थापित किया। पानीपत की भूमि मराठों, वीरों के रक्त से संचित भूमि है। अगर उस समय देश के अन्य राजा मराठों की मदद के लिए आगे आते तो अब्दाली हार जाता। अगर उस समय एक होते तो सेफ होते। एक नहीं थे तो सेफ भी नहीं थे।

पानीपत में लगाएंगे छत्रपति शिवाजी महाराज की भव्य प्रतिमा

महाराष्ट्र के मुख्यमंत्री देवेंद्र फड़णवीस मंगलवार को पानीपत के काला आम्ब स्थित स्थल पर शौर्य स्मारक समिति की ओर से आयोजित कार्यक्रम में बतौर मुख्य अतिथि पहुंचे थे। उन्होंने कहा कि अगले वर्ष इस कार्यक्रम में महाराष्ट्र सरकार शामिल होगी। यह कार्यक्रम हरियाणा सरकार के संयुक्त तत्वावधान में आयोजित होगा। इसमें हरियाणा के मुख्यमंत्री नायब सिंह को सम्मिलित होने का आग्रह किया जाएगा और इस स्थल को विकसित करने की रूपरेखा पर विस्तृत कार्य किया जाएगा। देवेंद्र फडणवीस ने कहा, कि पानीपत की शौर्य भूमि पर शौर्य के प्रतीक के रूप में छत्रपति शिवाजी महाराज की भव्य प्रतिमा स्थापित करेंगे, ऐसा संकल्प मैं करता हूं। किसानों ने शौर्य स्मारक के लिए आवश्यक भूमि के विस्तार पर सकारात्मक प्रतिक्रिया दी है, जिन किसानों को जमीन के लिए अभी तक मुआवजा नहीं मिला है, उनको महाराष्ट्र सरकार द्वारा उचित मूल्य दिया जाएगा।

आज सभी को भगवा ध्वज और तिरंगे के नीचे आने की जरूरत

फडणवीस ने कहा कि भारत के इतिहास में छत्रपति शिवाजी महाराज इकलौते ऐसे नायक है कि जिन्होंने देश का इतिहास बदल दिया। देश ऐसी अवस्था में था कि शायद हमसे से कोई हिंदू कहलाने लायक नहीं बचता। तब मां जिजाऊ ने ऐसे वीर पुत्र को जन्म दिया और कसम दी आंक्राताओं को हटाने का लक्ष्य दिया। मां भवानी देव देश और धर्म के लडूंगा। छत्रपति शिवाजी महाराज ने जाति-पाति विहीन ऐसी मावड़ों की सेना बनाई। उन्होंने मुगलों से लड़ाई लड़ी। छत्रपति शिवाजी ने मुगलों को पराजित करके स्वराज्य की स्थापना की। उसके बाद हमारा मराठा साम्राज्य रुका नहीं। छत्रपति संभाजी महाराज ने जिस प्रकार से लड़ते-लड़ते उसी जमीन में औरंगजेब को जमीन में दफन कराया। मराठाओं ने जब संस्कार, संस्कृति और हिंदुत्व पर हमला हो रहा था, देश में हमारे उपासना स्थलों को तोड़ा जा रहा था, तब मुगलों से लड़ाई लड़ी। फडणवीस ने कहा कि यह मराठाओं की देन है कि आगे चलकर बाजीराव पेशवा के काल में तो अटक से लेकर कटक तक हिदवी स्वराज्य का विस्तार कर देश, धर्म एवं संस्कृति रक्षण का कार्य किया। फडणवीस ने कहा कि छत्रपति शिवाजी महाराज ने भगवा ध्वज के नीचे सबको एक साथ लाए। आज हम सभी को भगवा ध्वज और तिरंगे के नीचे एक साथ आने की जरूरत है।

अगला लेखऐप पर पढ़ें