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यह तो देश का इतिहास रहा है; योगी के बंटेंगे तो कटेंगे पर फडणवीस की मुहर, पंकजा मुंडे ने जताया था ऐतराज

  • फडणवीस ने कहा, 'मैं योगी जी के इस नारे में कुछ भी गलत नहीं देखता। भारत के इतिहास को ही देखिए। जब-जब बंटे हैं, तब गुलाम बने हैं। यह देश जब भी जातियों, राज्यों, समुदायों में बंटा है तो उसे गुलाम बनना पड़ा है। इस देश का भी विभाजन हुआ है। इसलिए यदि हम बंटे तो कट जाएंगे। यह भारत का इतिहास है।'

Surya Prakash लाइव हिन्दुस्तान, मुंबईFri, 15 Nov 2024 10:32 AM
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महाराष्ट्र विधानसभा चुनाव में यूपी के सीएम योगी आदित्यनाथ का नारा बंटेंगे को कटेंगे गूंज रहा है। एक पक्ष इसे गलत मानता है तो वहीं भाजपा का कहना है कि यह नारा समाज को अलर्ट करने वाला है कि बंटना गलत होगा। इस बीच राज्य के डिप्टी सीएम देवेंद्र फडणवीस ने इसे इतिहास से जोड़ा है। उन्होंने कहा कि इस नारे में कुछ भी गलत नहीं है। भारत का यह इतिहास ही रहा है कि जब भी बंटे तो देश का नुकसान हुआ। उनकी यह टिप्पणी अहम है क्योंकि पंकजा मुंडे और अशोक चव्हाण जैसे भाजपा नेताओं ने इसे गैर-जरूरी करार दिया था।

फडणवीस ने कहा, 'मैं योगी जी के इस नारे में कुछ भी गलत नहीं देखता। भारत के इतिहास को ही देखिए। जब-जब बंटे हैं, तब गुलाम बने हैं। यह देश जब भी जातियों, राज्यों, समुदायों में बंटा है तो उसे गुलाम बनना पड़ा है। इस देश का भी विभाजन हुआ है। इसलिए यदि हम बंटे तो कट जाएंगे। यह भारत का इतिहास है।' वह कहते हैं कि इस इतिहास को देखें तो पता चलेगा कि नारा कैसे सही है। यदि कोई कहता है कि हमें बंटना नहीं है तो इसमें कुछ भी गलत नहीं दिखता। इस पर सवाल उठाने का कोई मतलब नहीं है।

वहीं पीएम नरेंद्र मोदी की ओर से यह कहे जाने पर कि विपक्ष ओबीसी को बांटने की कोशिश कर रहा है को लेकर भी फडणवीस ने रुख साफ किया। उन्होंने कहा कि राहुल गांधी ने अमेरिका में अपने एक बयान से इस बात का संकेत दिया था। उन्होंने कहा कि राहुल गांधी ने अमेरिका में इसका संकेत दिया था। मैं सोचता हूं कि राहुल गांधी ने गलती की है। वह नहीं जानते कि मीडिया हर जगह मौजूद है। इसलिए वह अमेरिका गए और वहां रिजर्वेशन एवं संविधान को लेकर बयान दे आए। उनकी मानसिकता उजागर हो गई। इसके अलावा आप देखेंगे कि वह जिस तरह जातियों में लोगों को बांट रहे हैं। उससे इरादे पता चलते हैं। महाराष्ट्र में तो 350 ओबीसी जातियां हैं।

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उन्होंने कहा कि राज्य में 350 ओबीसी जातियां और 54 उपजातियां हैं। वे एक होकर प्रेशर ग्रुप बनाते हैं और राजनीतिक दलों को उनकी मांग स्वीकार करनी पड़ती है। यदि अब ये जातियां बंट गईं तो फिर इनकी कौन सुनेगा। इसलिए बंटने से नुकसान होगा। बता दें कि देवेंद्र फडणवीस भी पूरे राज्य में खूब रैलियां कर रहे हैं। उन्होंने कहा कि कुछ राजनीतिक दल आपके बीच वोट जिहाद के लिए आ रहे हैं और आप लोगों को उसका मुकाबला धर्मयुद्ध के जरिए करना होगा।

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