चक्रवाती तूफान दाना ने ओडिशा में मचाई तबाही, भारी बारिश से 1.75 लाख एकड़ फसल बर्बाद
- भीषण चक्रवाती तूफान दाना के कारण 1,75,000 एकड़ (69,995 हेक्टेयर) भूमि पर फैली फसल के नष्ट हो जाने की आशंका है। अनुमानित रूप से 2,80,000 एकड़ (1,12,310 हेक्टेयर) भूमि पर उपजी फसल के जलमग्न होने का संदेह है।
ओडिशा में भीषण चक्रवाती तूफान दाना और बारिश के कारण 1.75 लाख एकड़ भूमि पर उपजी फसलें नष्ट हो गईं। साथ ही, 2.80 लाख एकड़ भूमि जलमग्न हो जाने की आशंका है। एक वरिष्ठ अधिकारी ने शनिवार को प्रारंभिक अनुमानों का हवाला देते हुए यह जानकारी दी। उन्होंने बताया कि राज्य सरकार ने कृषि और राजस्व विभाग के अधिकारियों को चक्रवात के कारण फसल के नुकसान का आकलन करने का निर्देश दिया है।
कृषि एवं किसान सशक्तीकरण विभाग के प्रधान सचिव अरबिंद पाधी ने सोशल मीडिया मंच एक्स पर पोस्ट में कहा, ‘प्रारंभिक रिपोर्ट के अनुसार भीषण चक्रवाती तूफान दाना के कारण 1,75,000 एकड़ (69,995 हेक्टेयर) भूमि पर फैली फसल के नष्ट हो जाने की आशंका है। अनुमानित रूप से 2,80,000 एकड़ (1,12,310 हेक्टेयर) भूमि पर उपजी फसल के जलमग्न होने का संदेह है।’
कृषि विभाग के क्षेत्रीय अधिकारियों को निर्देश जारी
अरबिंद पाधी ने कहा, 'हमने कृषि विभाग के क्षेत्रीय अधिकारियों को निर्देश दिया है कि वे राजस्व विभाग के सहकर्मियों के साथ मिलकर जिलाधिकारियों की निगरानी में दल बनाकर फसल नुकसान (33 प्रतिशत से अधिक और उससे अधिक) का आकलन करें और उसकी गणना करें।' मुख्यमंत्री मोहन चरण माझी ने शुक्रवार रात समीक्षा बैठक के दौरान कहा कि कृषि क्षेत्र में हुए नुकसान का अंतिम अनुमान विस्तृत रिपोर्ट से पता चलेगा, जिसके आधार पर सरकार किसानों के लिए मुआवजे पर फैसला करेगी।
'8 लाख लोगों को आश्रय स्थलों में स्थानांतरित किया'
प्रधान सचिव ने बताया कि लगभग 8 लाख लोगों को चक्रवात से बचाने के लिए स्थापित किए गए आश्रय स्थलों में स्थानांतरित किया गया है। मौसम में सुधार होने पर लोग अपने घर वापस जा सकते हैं। एक अधिकारी ने बताया कि चक्रवात के कारण करीब 22.42 लाख घरों में बिजली आपूर्ति बाधित हुई। अधिकारी के अनुसार, इनमें से 14.8 लाख घरों में शुक्रवार शाम तक बिजली आपूर्ति बहाल कर दी गई, जबकि शेष घरों में शनिवार तक बिजली आपूर्ति बहाल कर दी जाएगी।