VVPAT की जांच हो; हरियाणा चुनाव नतीजों से नाराज कांग्रेस; EC के सामने रखीं शिकायतें
- हरियाणा विधानसभा चुनाव में अपनी हार के बाद कांग्रेस ने नतीजों का कड़ा विरोध किया था। कांग्रेस ने चुनाव में अनियमितताओं का हवाला देते हुए इसकी शिकायत चुनाव आयोग से करने की बात कही थी। अब आयोग ने कांग्रेस के आला नेताओं के साथ मुलाकात कर उनकी परेशानियां सुनी।
हरियाणा विधानसभा चुनाव के नतीजों पर असंतोष व्यक्त करते हुए कांग्रेस के वरिष्ठ नेताओं ने बुधवार को चुनाव आयोग से मुलाकात की। मीटिंग में पार्टी के वरिष्ठ नेताओं ने चुनावी अनियमितताओं और ईवीएम में गड़बड़ी के आरोप लगाए। कांग्रेस ने इस मुलाकात में 20 से अधिक शिकायतों का हवाला देते हुए 7 प्रमुख क्षेत्रों से लिखित शिकायतें भी पेश कीं। पार्टी का आरोप है कि कुछ ईवीएम मशीनें 99% क्षमता पर दिख रही थीं, जो सामान्य स्थिति नहीं है। कांग्रेस ने चुनाव आयोग से इन मशीनों की तत्काल जांच और वीवीपैट पर्चियों का ईवीएम से मिलान करने की मांग की है, ताकि चुनावी प्रक्रिया की पारदर्शिता पर उठे सवालों का समाधान हो सके।
चुनाव आयोग से मीटिंग के बाद कांग्रेस नेता पवन खेड़ा ने कहा, "हमने चुनाव आयोग को 20 शिकायतों की जानकारी दी, जिनमें से 7 शिकायतें लिखित रूप में 7 विधानसभा क्षेत्रों से हैं। मतगणना के दिन कुछ मशीनें 99% क्षमता पर थीं, जबकि सामान्य मशीनें 60-70% पर रहती हैं। हमने मांग की है कि उन मशीनों को तब तक सील और सुरक्षित रखा जाए जब तक जांच पूरी नहीं हो जाती। हमने चुनाव आयोग को यह भी बताया कि हम अगले 48 घंटों के भीतर बाकी शिकायतें भी उन्हें सौंपेंगे।"
वहीं चुनाव आयोग से मुलाकात के बाद हरियाणा कांग्रेस के अध्यक्ष उदय भान ने कहा, "हमने चुनाव आयोग के सामने सभी मुद्दे रखे हैं कि कैसे ईवीएम हैक की गई हैं। मुख्यमंत्री नायब सैनी ने खुद कहा था कि सभी व्यवस्थाएं की जा चुकी हैं और हम सरकार बनाएंगे, जिससे संदेह पैदा होता है। जब बैटरी पूरे दिन उपयोग होती है, तो उसकी क्षमता कम होनी चाहिए, 99% नहीं हो सकती। हमने चुनाव आयोग को इस बारे में अवगत कराया। हम चाहते हैं कि वीवीपैट (वोटर वेरिफायबल पेपर ऑडिट ट्रेल) की पर्चियों का ईवीएम से मिलान हो ताकि सच्चाई सामने आ सके।"
आयोग ने कांग्रेस नेताओं की शिकायत सुनने के लिए 12 सदस्यीय प्रतिनिधिमंडल की बैठक के लिए समय भी दिया था, जिसमें कांग्रेस के वरिष्ठ नेता शामिल थे। प्रतिनिधिमंडल में कांग्रेस के संगठन महासचिव केसी वेणुगोपाल, महासचिव जयराम रमेश, राजस्थान के पूर्व मुख्यमंत्री अशोक गहलोत, पार्टी के कोषाध्यक्ष अजय माकन, हरियाणा के पूर्व मुख्यमंत्री भूपेंद्र सिंह हुड्डा सहित कई प्रमुख नेता शामिल रहे।