'जल्द जांच हो और दोषियों को सजा मिले', कर्नल से मारपीट पर सेना बेहद सख्त
- लेफ्टिनेंट जनरल वाधवा ने कहा कि दोषी पुलिसकर्मियों को समय पर दंडित किया जाना चाहिए, ताकि इस घटना से माहौल खराब न हो। पंजाब पुलिस और सेवारत व सेवानिवृत्त सैन्यकर्मियों के बीच लंबे समय से जारी सौहार्द पर असर न पड़े।

सेना ने कर्नल पुष्पिंदर सिंह बाठ के साथ मारपीट मामले में दोषियों को दंडित करने के लिए पारदर्शी और समयबद्ध तरीके से जांच की मांग की है। कर्नल सिंह ने पार्किंग विवाद को लेकर पंजाब पुलिस के 12 कर्मियों पर उनके और उनके बेटे के साथ मारपीट करने का आरोप लगाया है। उन्होंने याचिका में आरोप लगाया कि पंजाब पुलिस के तहत निष्पक्ष जांच असंभव है। कर्नल पुष्पिंदर सिंह बाठ ने सोमवार को हाई कोर्ट में एक याचिका दायर करके मामले की जांच सीबीआई या किसी अन्य स्वतंत्र एजेंसी को सौंपने का अनुरोध किया। सेना के पश्चिमी कमान मुख्यालय चंडीमंदिर के चीफ ऑफ स्टाफ लेफ्टिनेंट जनरल मोहित वाधवा ने पंजाब के पुलिस महानिदेशक गौरव यादव के साथ प्रेसवार्ता की। इस दौरान उन्होंने कहा, ‘हम दोषियों को दंडित करने और व्यवस्था में विश्वास बहाल करने के लिए पारदर्शी और समयबद्ध तरीके से निष्पक्ष व ईमानदार जांच की आवश्यकता पर जोर देते हैं।’
लेफ्टिनेंट जनरल वाधवा ने कहा कि दोषी पुलिसकर्मियों को समय पर दंडित किया जाना चाहिए, ताकि इस घटना से माहौल खराब न हो। पंजाब पुलिस और सेवारत व सेवानिवृत्त सैन्यकर्मियों के बीच लंबे समय से जारी सौहार्द पर असर न पड़े। लेफ्टिनेंट जनरल वाधवा ने कहा, ‘मैं सभी को आश्वस्त करना चाहूंगा कि भारतीय सेना इस मामले को तार्किक नतीजे तक ले जाने के लिए पूरी तरह प्रतिबद्ध है।’ डीजीपी यादव ने कहा कि पंजाब पुलिस भारतीय सेना के प्रति अपना सम्मान दोहराती है और सैन्य अधिकारियों की गरिमा को बनाए रखने के लिए प्रतिबद्ध है। उन्होंने कहा कि सेवारत सैन्य अधिकारी के साथ मारपीट करने वाले किसी भी व्यक्ति के साथ कानून के अनुसार सख्ती से निपटा जाएगा।
दोषियों को जल्द से जल्द सजा दिलाने की मांग
डीजीपी ने कहा कि जांच तेजी से पूरी की जाएगी, ताकि दोषियों को जल्द से जल्द सजा मिल सके। उन्होंने घटना के बाद पंजाब पुलिस की ओर से उठाए गए विभिन्न कदमों के बारे में बात की, जिसमें पंजाब पुलिस के सीनियर अधिकारी की अध्यक्षता में उच्च-स्तरीय विशेष जांच दल का गठन करना शामिल है। कर्नल बाठ ने जांच सीबीआई या किसी अन्य स्वतंत्र एजेंसी को सौंपने की मांग की है। उन्होंने याचिका में आरोप लगाया कि पंजाब पुलिस के अधीन निष्पक्ष जांच असंभव है। पंजाब पुलिस ने पिछले सप्ताह कर्नल बाठ के बयान के आधार पर एक नई प्राथमिकी दर्ज की थी। निष्पक्ष और त्वरित तरीके से जांच करने के लिए एक उच्च-स्तरीय विशेष जांच दल का गठन किया गया है। सभी 12 कर्मियों को निलंबित कर दिया गया है। उनके विरुद्ध विभागीय कार्यवाही शुरू कर दी गई है।
कर्नल ने क्या लगाया आरोप
कर्नल बाठ ने अपनी याचिका में आरोप लगाया कि उन पर और उनके बेटे पर 13 और 14 मार्च की दरमियानी रात को पटियाला में क्रूरतापूर्वक हमला किया गया। लेफ्टिनेंट जनरल वाधवा ने कहा कि सेवारत कर्नल बाठ के साथ पटियाला में एक ढाबे के बाहर पंजाब के कुछ पुलिसकर्मियों ने मारपीट की। उन्होंने बताया कि सेना को घटना की जानकारी 15 मार्च को दी गई थी। अधिकारी को सिविल अस्पताल से सैन्य अस्पताल में रेफर किया गया था और चंडीमंदिर के कमान अस्पताल में उनका इलाज किया गया। वह चोटों से उबर रहे हैं। लेफ्टिनेंट जनरल वाधवा ने कहा, ‘इस मामले को राज्य प्रशासन और पंजाब पुलिस के उच्चतम स्तर के समक्ष शीघ्र जांच व न्याय दिलाने के लिए बहुत जोरदार तरीके से उठाया गया है।’ उन्होंने कहा कि पंजाब पुलिस ने अपने कर्मियों की ओर से की गई अवांछनीय कार्रवाइयों पर खेद व्यक्त किया है। उन्होंने कहा कि पुलिस ने इसमें शामिल पुलिसकर्मियों की पहचान कर ली है। उन्हें तत्काल निलंबित करने के साथ ही स्थानांतरित भी कर दिया गया है। इसके बाद, कर्नल बाठ की ओर से दर्ज की गई शिकायत के आधार पर 22 मार्च को पटियाला के सिविल लाइंस पुलिस थाने में बीएनएस की संबंधित धाराओं के तहत प्राथमिकी दर्ज की गई। अब अतिरिक्त पुलिस महानिदेशक के नेतृत्व में विशेष जांच दल की ओर से जांच की जा रही है। इसे जल्द से जल्द पूरा किया जाना है।