चेन्नई एयर शो हादसे को BJP ने राज्य-प्रायोजित हत्या बताया, DMK बोली- मंदिरों में भी हुईं ऐसी घटनाएं
- भाजपा नेता शहजाद पूनावाला ने कहा, ‘चेन्नई एयर शो के दौरान 5 लोगों की मौत हो गई और 200 से ज्यादा लोगों को अस्पताल में भर्ती कराना पड़ा। यह कोई दुखद हादसा नहीं है, बल्कि राज्य-प्रायोजित हत्या और आपदा है।’
वायुसेना के एयर शो के दौरान चेन्नई में मरीना बीच के सामने भीड़ में फंसे 5 लोगों की दम घुटने और बेहोशी के कारण मौत हो गई। इसे लेकर राजनीति गरमा गई है। भारतीय जनता पार्टी ने तमिलनाडु की एमके स्टालिन सरकार पर निशाना साधा है। विपक्षी दल ने आरोप लगाया कि यह हादसा सरकार की अक्षमता को दर्शाता है। दूसरी ओर, सत्ताधारी डीएमके का कहना है कि ऐसी दुर्घटनाएं मंदिर के पास आयोजित कार्यक्रमों में भी हुई हैं। बताया गया कि एयर शो के लिए समुद्र तट पर उमड़ी 15 लाख लोगों की भारी भीड़ में फंस गए 5 लोग बेहोश हो गए और उनका दम घुट गया। उन्हें अस्पताल ले जाया गया जहां उनकी मृत्यु हो गई और कई को अस्पताल में भर्ती कराया गया।
भाजपा नेता शहजाद पूनावाला ने कहा, 'चेन्नई एयर शो के दौरान 5 लोगों की मौत हो गई और 200 से ज्यादा लोगों को अस्पताल में भर्ती कराना पड़ा। यह कोई दुखद हादसा नहीं है, बल्कि राज्य-प्रायोजित हत्या और आपदा है। इसके लिए डीएमके सरकार और मुख्यमंत्री एमके स्टालिन सीधे तौर पर जिम्मेदार हैं। राज्य सरकार की प्राथमिकता तो वंशवाद और भ्रष्टाचार को बढ़ावा देने की है। इस घटना के लिए मुख्यमंत्री, स्वास्थ्य मंत्री और द्रमुक सरकार जिम्मेदार है। मुख्यमंत्री को अपने पद से इस्तीफा दे देना चाहिए और इसके लिए जवाबदेही लेनी चाहिए।'
मंदिर उत्सवों के दौरान भी हुईं घटनाएं: डीएमके
डीएमके नेता टीकेएस एलंगोवन ने इन आरोपों को खारिज कर दिया। उन्होंने कहा, 'मरीना बीच पर बड़ी संख्या में लोग जुटे थे। कार्यक्रम का संचालन भारतीय वायु सेना की ओर से किया। अप्रत्याशित रूप से इतनी ज्यादा भीड़ हो गई कि मरीना पर उसे संभाला नहीं जा सका।' उन्होंने कहा कि कई मंदिर उत्सवों के दौरान भी ऐसी घटनाएं हुई हैं। विपक्ष के नेता तो हम पर हमेशा ही आरोप लगाते रहे हैं। वहीं, DMK लीडर कनिमोझी ने कहा कि जिस समारोहों को मैनेज न किया जा सके, उससे बचना चाहिए। उन्होंने कहा, 'चेन्नई के मरीना बीच पर आयोजित सैन्य उड़ान कार्यक्रम को देखने आए 5 लोगों की मौत हुई है। यह खबर बहुत दुखद और दर्दनाक है। इसलिए हमें असहनीय समारोहों से भी बचना चाहिए।