आपदा में अवसर; CDS चौहान बोले- यूरोप और वेस्ट एशिया के युद्धों ने भारतीय व्यापारियों को दिए मौके
- CDS Chauhan: सीडीएस चौहान ने कहा कि यूरोप और पश्चिम एशिया में चल रहे युद्धों ने ग्लोबल सप्लाई को प्रभावित किया है। इस आपदा ने भारतीय व्यापारियों को अवसर प्रदान किया है कि वह वैश्विक स्तर पर अपने व्यापार को बढ़ाए।
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यूरोप और पश्चिम एशिया में चल रहे युद्धों को लेकर सीडीएस चौहान ने अपनी बात रखी है। उन्होंने कहा कि इन दोनों जगहों पर चल रहे युद्धों से ग्लोबल सप्लाई चैन में दिक्कत पैदा हुई। लेकिन ग्लोबल सप्लाई चैन पर पड़ी इस आपदा के जरिए भारतीय व्यापारियों के लिए नए अवसर भी खुले, हमारे व्यापारियों को दुनियाभर में और भी ज्यादा और बेहतर काम करने का अवसर मिला।
21वें ‘यंग इंडियन नेशनल समिट-टेक प्राइड’ को संबोधित करते हुए जनरल चौहान ने मौजूदा समय को तकनीकी, आर्थिक और पर्यावरणीय क्षेत्रों में बड़े परिवर्तन का दौर बताया। उन्होंने इस बात पर भी जोर दिया कि हमें हर आपदा को एक अवसर में बदलने की जरूरत है।
युद्धों से ग्लोबल सप्लाई चैन प्रभावित
यूक्रेन और पश्चिम एशिया में जारी युद्धों के बारे में बात करते हुए जनरल चौहान ने कहा कि दोनों युद्धों से जियोपॉलिटिकल माहौल और ग्लोबल सप्लाई चैन बदल गई है। इसे लेकर मेरा मानना है कि हर आपदा में एक अवसर होता है। पिछले कुछ सालों में भारत ग्लोबल गुड्स के हब के रूप में उभरा है और अब दुनिया की पांचवी सबसे बड़ी अर्थव्यवस्था है।
भारत तीसरा सबसे बड़ा स्टार्ट-अप इकोसिस्टम- सीडीएस चौहान
सीडीएस चौहान ने औद्योगिक क्षेत्र की ओर इशारा किया जहां घरेलू और अंतरराष्ट्रीय स्तर पर नए बाजार बने हैं। उन्होंने कहा कि भारत में 1.26 लाख पंजीकृत स्टार्ट-अप हैं, जो इसे वैश्विक स्तर पर तीसरा सबसे बड़ा ‘स्टार्ट-अप इकोसिस्टम’ बनाता है। इसके अतिरिक्त, सेवाओं, संचार, आईटी और आईटीईएस (सूचना प्रौद्योगिकी समर्थित सेवाएं) में 12,000 नए पेटेंट पंजीकृत किए गए हैं, और इन क्षेत्रों में 10 लाख से अधिक लोगों को रोजगार मिला है।
जनरल चौहान ने प्रधानमंत्री मोदी के विकसित 2047 दृष्टिकोण की सराहना करते हुए कहा कि इसके जरिए भारत वैश्विक आर्थिक महाशक्तियों की शीर्ष पंक्ति में पहुंच जाएगा। पूरी दुनिया में तेजी के साथ आत्मनिर्भर भारत की भूमिका की पहचान बन रही है। इसमें हमारे युवा और महिलाएं महत्वपूर्ण भूमिका निभा रहे हैं।
बड़े सपने देखो
युवा उद्यमियों को बड़े सपने देखने के लिए प्रोत्साहित करते हुए सीडीएस चौहान ने कहा कि हमें अपने सपनों को बढ़ाना होगा। विशेष रूप से मेक इन इंडिया पहल पर ध्यान केंद्रित करके भारत को एक व्यापक गुड्स हब बनाना होगा। इसके अतिरिक्त हमें रक्षा उत्पाद के क्षेत्र में विश्वसनीय एक्सपोर्टर बनने की जरूरत है।