Hindi Newsदेश न्यूज़Cabinet gives nod for procurement 240 aero engines IAF Su 30 MKI aircraft from HAL

हवा में थर-थर कापेंगे दुश्मन, सुखोई विमानों के लिए 240 एयरो इंजन की खरीद को मंजूरी

  • रक्षा मंत्रालय की ओर से जारी बयान में कहा गया, ‘इंजनों में 54 प्रतिशत से अधिक स्वदेशी सामग्री होगी, जो एयरो-इंजन के कुछ प्रमुख घटकों के स्वदेशीकरण के कारण बढ़ी है।’

Niteesh Kumar लाइव हिन्दुस्तानMon, 2 Sep 2024 10:14 PM
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केंद्रीय मंत्रिमंडल की सुरक्षा मामलों की समिति ने देश की रक्षा को मजबूत करने के लिहाज से बड़ा फैसला लिया है। वायु सेना के प्रमुख लड़ाकू विमानों सुखोई-30 के लिए 26,000 करोड़ रुपये की लागत से 240 एयरो इंजन की खरीद के प्रस्ताव को मंजूरी दे दी। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की अध्यक्षता में हुई बैठक में इस प्रस्ताव को स्वीकार किया गया। इसके तहत वायु सेना के सुखोई -30 MKI लड़ाकू विमानों के लिए हिंदुस्तान एयरोनॉटिक्स लिमिटेड से खरीदें श्रेणी के तहत 240 एयरो-इंजन (AL-31 FP) खरीद की जाएगी। इन विमानों की खरीद पर सभी करों और शुल्कों को मिलाकर 26,000 करोड़ रुपये से अधिक का व्यय होगा। इन एयरो-इंजन की डिलीवरी एक साल बाद शुरू होगी और 8 साल की अवधि में पूरी होगी।

रक्षा मंत्रालय की ओर से जारी बयान में कहा गया, 'इंजनों में 54 प्रतिशत से अधिक स्वदेशी सामग्री होगी, जो एयरो-इंजन के कुछ प्रमुख घटकों के स्वदेशीकरण के कारण बढ़ी है। इनका निर्माण एचएएल के कोरापुट डिवीजन में किया जाएगा।' मालूम हो कि सुखोई-30 विमान वायुसेना के सबसे शक्तिशाली और रणनीतिक रूप से महत्वपूर्ण बेड़े में से एक है। HAL की ओर से इन एयरो-इंजन की आपूर्ति वायुसेना के बेड़े की आवश्यकता को पूरा करेगी। इससे वे बगैर रुकावट के संचालन जारी रह सकेंगे और देश की रक्षा तैयारियों को और मजबूत किया जा सकेगा।

सेना से जुड़ी आपके लिए काम की खबर

दूसरी ओर, सेना से जुड़ी बेहद दिलचस्प खबर सामने आई है। आप चाहें तो सैनिकों की तरह ही देश की रक्षा में अपनी जान की बाजी लगाने से भी पीछे नहीं हटने वाले सेना के जांबाज श्वानों को गोद लेकर अपने पास रख सकते हैं। जी हां, आपको यह सुनकर हैरानी होगी लेकिन यह बात सही है। सेना ने पिछले कुछ वर्षों से यह प्रक्रिया शुरू की है, जिसमें कोई भी सेना से रिटायर्ड होने वाले इन जांबाज और बहादुर कुत्तों को अपने पास रख सकते हैं। ये आपके घर की शोभा बढ़ाने के साथ-साथ उसकी सुरक्षा भी सुनिश्चित करते हैं। सेना के सीनियर अधिकारी के अनुसार, सेना के सेवानिवृत श्वानों को आसानी से गोद लिया जा सकता है। इसके लिए कोई विशेष शर्तें नहीं हैं, लेकिन इतना जरूरी है कि आपको कुत्तों से विशेष लगाव और जुड़ाव होना चाहिए।
(एजेंसी इनपुट के साथ)

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