BSF की दिल छूने वाली पहल: बांग्लादेशी बहन को बॉर्डर पर कराए मृत भाई के अंतिम दर्शन
- कंपनी कमांडर ने इस मामले को गंभीरता से लेते हुए बॉर्डर गार्ड्स बांग्लादेश (बीजीबी) से संपर्क किया। इसके बाद शून्य रेखा (इंटरनेशनल बॉर्डर) पर एक बैठक की व्यवस्था की गई।
भारत-बांग्लादेश में बढ़ते तनाव के बीच, दक्षिण बंगाल फ्रंटियर की सीमा सुरक्षा बल (बीएसएफ) ने मानवता की मिसाल पेश की है। BSF ने गुरुवार को एक बांग्लादेशी महिला को उसके मृत भारतीय भाई के अंतिम दर्शन कराने में मदद की। गंगुली गांव के पंचायत सदस्य ने मुस्तफापुर सीमा चौकी के कंपनी कमांडर को सूचित किया कि गांव के निवासी अब्दुल खालिद मंडल का निधन हो गया है। मंडल की बहन बांग्लादेश के सरदार बारिपोटा गांव में रहती हैं। उन्होंने अपने भाई को अंतिम बार देखने की इच्छा जताई।
इंडियन एक्सप्रेस की रिपोर्ट के मुताबिक, कंपनी कमांडर ने इस मामले को गंभीरता से लेते हुए बॉर्डर गार्ड्स बांग्लादेश (बीजीबी) से संपर्क किया। इसके बाद शून्य रेखा (इंटरनेशनल बॉर्डर) पर एक बैठक की व्यवस्था की गई। मुस्तफापुर सीमा चौकी के पास शून्य रेखा पर मंडल की बहन और उनके अन्य परिजनों ने उनका अंतिम दर्शन किया। इस मानवीय पहल के लिए दोनों देशों की सीमा सुरक्षा बलों का परिवार ने आभार व्यक्त किया।
दक्षिण बंगाल फ्रंटियर के उप महानिरीक्षक (डीआईजी), जनसंपर्क अधिकारी एन के पांडे ने कहा, “बीएसएफ के जवान दिन-रात सीमाओं की सुरक्षा करते हैं, लेकिन इसके साथ ही सीमावर्ती क्षेत्रों के लोगों की मानवीय और सामाजिक आवश्यकताओं को पूरा करने के लिए भी तत्पर रहते हैं।”
हाल के महीनों में भारत और बांग्लादेश के बीच तनाव में उल्लेखनीय वृद्धि हुई है। बांग्लादेश में एक प्रमुख हिंदू धार्मिक नेता चिन्मय कृष्ण दास को देशद्रोह के आरोप में गिरफ्तार किए जाने के बाद भारत में व्यापक विरोध प्रदर्शन हुए। इस विरोध के दौरान अगरतला में बांग्लादेशी वाणिज्य दूतावास पर हमला भी हुआ। साथ ही, बांग्लादेश में हिंदू अल्पसंख्यकों के कथित उत्पीड़न को लेकर उठ रहे सवालों ने दोनों देशों के बीच राजनयिक संबंधों को और तनावपूर्ण बना दिया है।