ब्रिटेन में यात्रा करते समय रहें सतर्क, भारत को अपने नागरिकों को क्यों जारी करनी पड़ी एडवाइजरी
- भारतीय उच्चायोग की ओर से आगे कहा गया, 'स्थानीय समाचारों और स्थानीय सुरक्षा एजेंसियों की ओर से जारी सलाह का पालन करना और उन क्षेत्रों से बचना उचित है, जहां विरोध प्रदर्शन चल रहे हैं।'
लंदन स्थित भारतीय उच्चायोग ने ब्रिटेन की यात्रा करते समय भारतीयों को सावधानी बरतने और सतर्क रहने की सलाह दी है। दरअसल, ब्रिटेन बीते एक दशक से भी अधिक समय में भड़के सबसे बुरे दंगों की चपेट में है, जहां हिंसक प्रदर्शनकारी प्रवासियों (खासतौर से मुसलमानों) पर हमले कर रहे हैं। ऐसे हालात को देखते हुए भारतीय उच्चायोग की ओर से जारी एडवाइजरी में कहा गया, 'भारतीय यात्रियों को यूनाइटेड किंगडम के कुछ हिस्सों में हाल ही में हुई अशांति के बारे में पता होगा। लंदन में भारतीय उच्चायोग स्थिति पर बारीकी से नजर रख रहा है। भारत से आने वाले पर्यटकों को सलाह दी जाती है कि वे यूके में यात्रा करते समय सतर्क रहें और सावधानी बरतें।'
भारतीय उच्चायोग की ओर से आगे कहा गया, 'स्थानीय समाचारों और स्थानीय सुरक्षा एजेंसियों की ओर से जारी सलाह का पालन करना और उन क्षेत्रों से बचना उचित है, जहां विरोध प्रदर्शन चल रहे हैं।' मालूम हो कि इंग्लैंड के साउथपोर्ट में 3 स्कूली छात्राओं की चाकू गोदकर हत्या किए जाने के बाद देश की सड़कों पर कई दिनों तक हिंसक प्रदर्शन हुए। इसके कई दिनों बाद बीते रविवार को रॉदरहैम, मिडल्सब्रो, बोल्टन और ब्रिटेन के अन्य हिस्सों से पुलिस अधिकारियों ने सैकड़ों लोगों को गिरफ्तार किया था। इंटरनेट पर अफवाह फैली कि छात्राओं की हत्या करने वाला संदिग्ध व्यक्ति एक प्रवासी है जो कि अवैध रूप से देश में दाखिल हुआ है। इसके बाद प्रवासी विरोधी भीड़ ने मस्जिदों और उन होटल को निशाना बनाया जहां शरणार्थी ठहरे हुए थे।
'हिंसा में भाग लेने वालों के खिलाफ होगी कड़ी कार्रवाई'
ब्रिटेन के प्रधानमंत्री केअर स्टॉर्मर ने सोमवार को 10 डाउनिंग स्ट्रीट में सीनियर मंत्रियों और पुलिस प्रमुखों की आपात बैठक बुलाई है। यह बैठक देश के कई शहरों में सप्ताहांत में हुई हिंसा के मद्देनजर बुलाई गई। इस हिंसा को प्रधानमंत्री ने धुर दक्षिणपंथियों की गुंडागर्दी करार दिया और कहा कि उनके खिलाफ सख्ती से निपटा जाएगा। स्टॉर्मर ने कहा, ‘मैं इस सप्ताहांत में हुई धुर दक्षिणपंथियों की गुंडागर्दी की कड़ी निंदा करता हूं। कोई इस मुगालते में न रहे कि उन पर कोई कार्रवाई नहीं होगी। हिंसा में भाग लेने वालों के खिलाफ कड़ी कार्रवाई की जाएगी।’ उन्होंने कहा कि इस कृत्य के लिए कोई सफाई नहीं दी जा सकती... बिल्कुल भी नहीं। देश का हित सोचने वाले सभी लोगों को इस तरह की हिंसा की निंदा करनी चाहिए। इस देश में सभी को सुरक्षित रहने का अधिकार है।