भाजपा को जल्द मिलेगा नया राष्ट्रीय अध्यक्ष, तारीख लगभग तय; रेस में इन नेताओं के नाम
- पार्टी के संविधान मुताबिक उसी को राष्ट्रीय अध्यक्ष बनाया जा सकता है जो कि कम से कम 15 साल से पार्टी का सदस्य हो। इससे पहले 2010 से 2013 तक संगठन की कमान नितिन गडकरी के पास थी।
भारतीय जनता पार्टी (BJP) अपने नए राष्ट्रीय अध्यक्ष की नियुक्ति दिल्ली विधानसभा चुनावों के बाद करेगी। सूत्रों ने कहा है कि पार्टी के अध्यक्ष का चुनाव 10 फरवरी से 20 फरवरी के बीच होने की संभावना है। वर्तमान अध्यक्ष जेपी नड्डा दिल्ली चुनावों तक BJP की अगुवाई करते रहेंगे। उनका अध्यक्ष पद का कार्यकाल जनवरी 2024 में समाप्त हो गया था, लेकिन लोकसभा चुनावों को ध्यान में रखते हुए नड्डा का कार्यकाल एक साल के लिए बढ़ा दिया गया था।
BJP के संगठनात्मक चुनावों की प्रक्रिया शुरू हो चुकी है। राष्ट्रीय परिषद और राज्य परिषद के सदस्य अभी चुने जा रहे हैं। राष्ट्रीय अध्यक्ष के चुनाव से पहले राज्यों की इकाइयों में से कम से कम 50% को अपना संगठनात्मक चुनाव पूरा करना होगा। अब तक केवल चार राज्यों ने अपने राज्य अध्यक्षों के चुनाव की प्रक्रिया पूरी की है। BJP नेताओं के अनुसार, संगठनात्मक चुनाव अपने निर्धारित समय पर हो रहे हैं और समय पर पूरा हो जाएंगे।
कौन बनेगा भाजपा का राष्ट्रीय अध्यक्ष?
भाजपा के नए राष्ट्रीय अध्यक्ष का चयन प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ (RSS) प्रमुख मोहन भागवत की मंजूरी से होगा। इस रेस में कई नाम अभी तक सूत्रों के द्वारा उछाले जा चुके हैं। हालांकि भाजपा की तरफ से अभी तक कोई आधिकारिक घोषणा नहीं की गई है। भाजपा के नए राष्ट्रीय अध्यक्ष की रेस में केंद्रीय मंत्री मनोहर लाल खट्टर, शिवराज सिंह चौहान और पार्टी महासचिव विनोद तावड़े के नामों की चर्चा हो रही। इसके अलावा रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह का नाम भी सियासी गलियारों में ली जा रही है। सूत्रों के अनुसार विनोद तावड़े और केंद्रीय मंत्री धर्मेंद्र प्रधान के साथ भूपेंद्र यादव में से किसी एक की संभावना प्रबल है।
धर्मेंद्र प्रधान और भूपेंद्र यादव के नाम पिछले संगठनात्मक चुनावों में भी चर्चा में थे, लेकिन अंततः यह भूमिका जेपी नड्डा को सौंप दी गई थी। ये तीनों नेता पार्टी के भीतर अपने कार्यों के माध्यम से अनुभव जमा चुके हैं। भूपेंद्र यादव राजस्थान से हैं। वहीं, धर्मेंद्र प्रधान ओडिशा से आते हैं। विनोद तावड़े महाराष्ट्र से हैं। तीनों ही नेताओं को अमित शाह का करीबी माना जाता है।
पार्टी के संविधान मुताबिक उसी को राष्ट्रीय अध्यक्ष बनाया जा सकता है जो कि कम से कम 15 साल से पार्टी का सदस्य हो। इससे पहले 2010 से 2013 तक संगठन की कमान नितिन गडकरी के पास थी। राजनाथ सिंह 2005 से 2009 तक और फिर 2013 से 14 तक बीजेपी के राष्ट्रीय अध्यक्ष रहे। 2014 से 2020 तक अमित शाह ने बीजेपी की कमान संभाली।