जनता को ‘मूर्ख बनाकर’ वोट लेने के लिए माफी मांगे कांग्रेस, खरगे के कबूलनामे से भड़की भाजपा
पूर्व केंद्रीय मंत्री और वरिष्ठ भाजपा नेता रविशंकर प्रसाद ने मल्लिकार्जुन खरगे की टिप्पणी का हवाला देते हुए कहा कि कांग्रेस ने पहली बार स्वीकार किया है कि उसकी चुनावी घोषणाएं, ‘जनता की आंखों में धूल झोंकने के लिए होती हैं।
भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) ने कर्नाटक में ‘शक्ति’ गारंटी की समीक्षा किए जाने संबंधी टिप्पणी को लेकर कांग्रेस अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खरगे द्वारा उपमुख्यमंत्री डी के शिवकुमार की खिंचाई किए जाने पर शुक्रवार को विपक्षी पार्टी को आड़े हाथों लिया और कहा कि उसके शीर्ष नेताओं को जनता को ‘मूर्ख बनाकर’ वोट लेने के लिए माफी मांगनी चाहिए। पार्टी मुख्यालय में आयोजित एक संवाददाता सम्मेलन को संबोधित करते हुए पूर्व केंद्रीय मंत्री और वरिष्ठ भाजपा नेता रविशंकर प्रसाद ने खरगे की टिप्पणी का हवाला देते हुए कहा कि कांग्रेस ने पहली बार स्वीकार किया है कि उसकी चुनावी घोषणाएं, ‘जनता की आंखों में धूल झोंकने के लिए होती हैं।
दरअसल, शिवकुमार ने पिछले दिनों कहा था कि सरकार ‘शक्ति’ योजना पर फिर से विचार करेगी क्योंकि कुछ महिलाओं ने सरकारी बसों में यात्रा के लिए भुगतान करने की इच्छा व्यक्त की है। प्रदेश की कांग्रेस सरकार की इस गारंटी के तहत महिलाओं को मुफ्त बस यात्रा की सुविधा प्रदान की जाती है।
खरगे ने शिवकुमार के इस बयान पर तंज कसते हुए कहा था, ‘‘आपने कुछ गारंटी दी हैं। उन्हें देखने के बाद मैंने भी महाराष्ट्र में कहा था कि कर्नाटक में पांच गारंटी हैं। अब आपने (शिवकुमार) कहा कि आप एक गारंटी छोड़ देंगे।’’ कांग्रेस अध्यक्ष ने यह भी कहा था कि शिवकुमार ने जो कुछ भी कहा है, उससे भाजपा को मौका (कांग्रेस को घेरने का) मिल गया है। इस पर टिप्पणी करते हुए प्रसाद ने कहा कि कांग्रेस पार्टी ने अपने अध्यक्ष के माध्यम से पहली बार स्वीकार किया है कि उसकी चुनावी ‘गारंटी’, जनता की आंखों में धूल झोंकने की बात है।
कर्नाटक के अलावा तेलंगाना और हिमाचल प्रदेश में कांग्रेस की ओर से घोषित चुनावी गारंटियों का उल्लेख करते हुए उन्होंने कहा, ‘‘...घोषणा करना... शुद्ध भाषा में जनता को मूर्ख बनाकर वोट लेना। और बाद में योजना को जमीन पर नहीं उतारना। बस, कागज पर ही रहना। यह कांग्रेस का आज का इतिहास नहीं है। गरीबी हटाओ की घोषणा 1971 में हुई। गरीबी हटी क्या? घोषणा करो, कोई पूछने वाला नहीं है। कांग्रेस की कलई खुल गई है और उसकी सच्चाई सामने आ गई है।’’
उन्होंने कहा, ‘‘उन्हें (खरगे) देश से माफी मांगनी चाहिए। राहुल गांधी भी माफी मांगें। क्या तेलंगाना, क्या कर्नाटक, क्या हिमाचल, वहां की जनता की आंखों में आपने धूल झोंका गया है। हरियाणा के लोग यह समझ गए।’’ प्रसाद नेता ने मजाकिया लहजे में पूछा कि खरगे को अपना पहला ‘ज्ञान’ राहुल गांधी को देना चाहिए जो चुनाव प्रचार के दौरान अक्सर अपनी पार्टी के सत्ता में आने पर विभिन्न वर्गों के खातों में ‘खटा-खट’ पैसे हस्तांतरित करने की बात करते हैं।
उन्होंने कहा, ‘‘इस उम्र में आपको ज्ञान आया, आपको अभिनंदन। आप केंद्रीय मंत्री रहे हैं, प्रदेश में मंत्री रहे हैं, बड़े-बड़े पदों पर रहे हैं। विपक्ष के नेता हैं। यह ज्ञान आपको पहले आना चाहिए था। क्या इसका पहला पाठ आप राहुल गांधी को पढ़ाइएगा?’’ हरियाणा में हाल ही में संपन्न विधानसभा चुनाव में भाजपा ने जीत हासिल की थी। प्रसाद ने कहा कि ‘इंडिया’ गठबंधन के घटक दल अब महाराष्ट्र और झारखंड में भी घोषणाओं का अंबार लगाने वाले हैं।
उन्होंने कहा, ‘‘झारखंड और महाराष्ट्र में भी जनता की आंखों में धूल झोंकने की बात होगी। कृपया करके आने वाले चुनाव में वहां की जनता भी समझे इस बात को। वे (विपक्षी दल) जब घोषणा करें तो जनता उनसे पूछे की आपकी घोषणा का आधार क्या है।’’पूर्व केंद्रीय मंत्री ने कहा कि भाजपा नीत सरकारें जो भी घोषणा करती हैं उन्हें पूरा करती है और जमीन पर उतारती हैं। इस क्रम में प्रसाद ने मध्य प्रदेश की लाडली लक्ष्मी योजना और केंद्र सरकार की किसान सम्मान निधि, गरीब कल्याण, डिजिटल इंडिया सहित कई योजनाएं गिनाईं। उन्होंने कहा कि इससे देश में गरीबी में कमी आई है। भाजपा के वरिष्ठ नेता ने आम आदमी पार्टी के नेता और दिल्ली के पूर्व मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल पर भी निशाना साधते हुए कहा कि वह भी तमाम तरह की घोषणाएं करते हैं।