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भाजपा नेता पीसी जॉर्ज का कोर्ट में सरेंडर, भारतीय मुसलमानों पर दिया था भड़काऊ बयान

  • केरल में भाजपा नेता के खिलाफ टीवी डिबेट के दौरान भारतीय मुसलमानों पर विवादित बयान देने के आरोप में मुकदमा दर्ज है। जब उनके घर पुलिस गिरफ्तार करने पहुंची तो उन्होंने अदालत जाकर सरेंडर कर दिया।

Gaurav Kala लाइव हिन्दुस्तानMon, 24 Feb 2025 04:23 PM
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भाजपा नेता पीसी जॉर्ज का कोर्ट में सरेंडर, भारतीय मुसलमानों पर दिया था भड़काऊ बयान

5 जनवरी को एक टीवी चैनल में डिबेट के दौरान भारतीय मुसलमानों पर विवादित टिप्पणी करने वाले केरल के भाजपा नेता पीसी जॉर्ज ने सोमवार को कोर्ट में सरेंडर कर दिया। इससे पहले केरल हाई कोर्ट ने भाजपा नेता को कड़ी फटकार लगाते हुए अग्रिम जमानत याचिका खारिज कर दी थी। जब जॉर्ज अदालत पहुंचे तो उन्हें गिरफ्तारी के लिए उनके घर पर पुलिस बल भारी संख्या में तैनात थी।

भाजपा नेता पी सी जॉर्ज ने कोट्टायम जिले की एक मजिस्ट्रेट अदालत में आत्मसमर्पण कर दिया। इससे पहले शुक्रवार को, केरल हाईकोर्ट ने उनकी अग्रिम जमानत याचिका यह कहते हुए खारिज कर दी थी कि उन्होंने 2022 के एक समान मामले में जमानत की शर्तों का उल्लंघन किया था। जस्टिस पी वी कुन्हीकृष्णन ने कहा कि अगर अदालत ऐसे मामलों में जमानत देती है, तो समाज में "गलत संदेश" जाएगा।

हाई कोर्ट ने लगाई फटकार

2022 के मामले में, अदालत ने सात बार विधायक रह चुके जॉर्ज को निर्देश दिया था कि वे कोई ऐसा बयान न दें, जिससे धार्मिक वैमनस्य फैले या किसी समुदाय की धार्मिक भावनाओं को ठेस पहुंचे। हाईकोर्ट ने कहा कि चूंकि जॉर्ज ने पहले के मामले में जमानत की शर्तों का उल्लंघन किया था, इसलिए "अगर इस मामले में जमानत दी जाती है, तो लोग यह समझ सकते हैं कि जमानत शर्तों का उल्लंघन करने के बावजूद अदालत से अग्रिम जमानत मिल सकती है। ऐसा संदेश समाज में नहीं जाना चाहिए।"

इस साल 5 जनवरी को एक टीवी चैनल चर्चा के दौरान, जॉर्ज ने सभी भारतीय मुसलमानों को आतंकवादी बताते हुए उन्हें पाकिस्तान जाने की मांग कर दी थी।

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शिकायत के बाद मुकदमा

इसके बाद, इरट्टुपेट्टा के रहने वाले मुहम्मद शिहाब ने मामले में पुलिस शिकायत दर्ज कराई थी। पुलिस ने आईपीसी की धारा 196(1)(a) और 299 (विभिन्न समूहों के बीच वैमनस्य फैलाने और धार्मिक भावनाओं को ठेस पहुंचाने से संबंधित) के तहत मामला दर्ज किया गया। इसके अलावा, केरल पुलिस अधिनियम की धारा 120(o) के तहत भी आरोप लगाए गए।

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