मुझे धमकाया जा रहा है; ओलंपियन साक्षी मलिक की पीएम मोदी से अपील, कुश्ती को बचाइए
- मलिक ने कहा कि मुझे ऐसी धमकियों से ज्यादा फर्क नहीं पड़ता लेकिन दुख होता है कि कुश्ती का भविष्य ऐसे लोगों के हाथों में हैं, जो इसे खराब कर रहे हैं। मैं आपसे( पीएम मोदी) से निवेदन करती हूं कि हमारी कुश्ती को बचा लीजिए।
साक्षी मलिक ने प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी और केन्द्रीय खेल मंत्री मनसुख मांडविया से कुश्ती का भविष्य बचाने की अपील की है। मलिक ने सोशल मीडिया पर डाले अपने वीडियो संदेश पीएम मोदी को संबोधित करते हुए कहा कि पिछले साल कुश्ती फेडरेशन के चुनाव हुये। उसके दूसरे ही दिन ब्रजभूषण की 'बेहूदगी' और दबदबे को आपने और पूरे देश ने देखा, जिससे दुखी होकर और बड़े परेशान मन से मुझे अपनी कुश्ती को छोड़ना पड़ा। लेकिन इससे ज्यादा फर्क नहीं पड़ा। कुछ ही दिनों बाद फिर से फेडरेशन ने अपना काम करना फिर से शुरू कर दिया। इस मुद्दे पर खुलकर बोलने के कारण ब्रजभूषण के लोगों की तरफ से लगातार मुझे धमकियां दी जा रही हैं कि मुझे भ्रष्टाचार के मामले में फंसा दिया जाएगा।
साक्षी मलिक ने कहा, " मैं इस उत्तरी रेलवे में बच्चों की भर्तियां देख रही हूं। ऐसे में ब्रजभूषण शरण सिंह के लोगों की तरफ से लगातार धमकी दी जा रही है कि उन्हें इन भर्तियों के अंतर्गत ही भ्रष्टाचार के आरोपों में फंसा दिया जाएगा।" मलिक ने कहा कि मुझे ऐसी धमकियों से ज्यादा फर्क नहीं पड़ता लेकिन दुख होता है कि कुश्ती का भविष्य ऐसे लोगों के हाथों में हैं, जो इसे खराब कर रहे हैं। मैं आपसे( पीएम मोदी) से निवेदन करती हूं कि हमारी कुश्ती को बचा लीजिए।
उच्च न्यायालय के आदेश पर फेडरेशन को किया आगे- मलिक
कुश्ती फेडरेशन के रद्द होने के बाद भी काम करते रहने पर साक्षी ने कहा कि सरकार द्वारा रद्द किए गए फेडरेशन के काम करते रहने पर हाईकोर्ट ने भी फटकार लगाई थी और उनकी गतिविधियों को रोक दिया था, लेकिन जब फिर भी उनका काम नहीं रुका। हाईकोर्ट ने जब फिर से हस्तक्षेप किया तो उन्होंने बच्चों को आगे कर दिया।
साक्षी ने कहा, “मैं उन बच्चों की मजबूरियां समझ सकती हूं, उनका पूरा करिअर उनके आगे है। और वह करिअर ऐसे फेडरेशन के हाथ में है। सर मेरा आपसे निवेदन है कि अगर आपको लगता है कि ब्रजभूषण के दबदबे वाले फेडरेशन में बच्चियों का भविष्य सुरक्षित है, तो आप फेडरेशन पर लगा सस्पेन्शन हटा दीजिये। और आपको ऐसा नहीं लगता तो कोई स्थायी समाधान सोचिये।”