कौन सी दो विधानसभा सीटों पर बिना मुकाबले के ही जीते उम्मीदवार, कोई खिलाफ नहीं; एक तो CM का बेटा
- निर्वाचन अधिकारियों के अनुसार, नामांकन वापसी की अंतिम तिथि बुधवार को समाप्त होने के बाद दोनों उम्मीदवारों को आधिकारिक रूप से विजेता घोषित कर दिया।
महाराष्ट्र और झारखंड में विधानसभा चुनावों के नतीजों की घोषणा हो रही है। इसके अलावा, कई अन्य राज्यों की विधानसभा सीटों पर उपचुनाव के नतीजे भी घोषित किए जा रहे हैं। हालांकि एक पूर्वोत्तर राज्य में दो उम्मीदवार निर्विरोध जीत गए हैं। हम बात कर रहे हैं सिक्किम की। सिक्किम क्रांतिकारी मोर्चा (एसकेएम) के उम्मीदवार आदित्य गोले तमांग और सतीश चंद्र राय ने उपचुनाव में बिना किसी मुकाबले के जीत हासिल की। विपक्षी सिक्किम डेमोक्रेटिक फ्रंट (एसडीएफ) के उम्मीदवारों द्वारा 30 अक्टूबर को अपना नामांकन वापस लेने के बाद दोनों सीटों पर एसकेएम के प्रत्याशी निर्विरोध विजयी घोषित किए गए।
आदित्य गोले तमांग मुख्यमंत्री प्रेम सिंह तमांग के पुत्र हैं। सिक्किम की सोरेंग-चकुंग (SORENG - CHAKUNG) विधानसभा सीट पर आदित्य गोले तमांग का मुकाबला एसडीएफ के प्रेम बहादुर भंडारी के खिलाफ होना था। हालांकि, एसडीएफ के भंडारी ने मंगलवार को अपना नामांकन वापस ले लिया। इससे पहले, नागरिक एक्शन पार्टी के उम्मीदवार पोबिन हांग सुब्बा का नामांकन सोमवार को निर्वाचन आयोग द्वारा खारिज कर दिया गया था।
इसी प्रकार, नामची-सिंघीथांग (Namchi–Singhithang) सीट पर एसकेएम के सतीश चंद्र राय का मुकाबला एसडीएफ के डेनियल राय से होना था, लेकिन डेनियल ने भी 30 अक्टूबर को अपनी उम्मीदवारी वापस ले ली। निर्वाचन अधिकारियों के अनुसार, नामांकन वापसी की अंतिम तिथि बुधवार को समाप्त होने के बाद दोनों उम्मीदवारों को आधिकारिक रूप से विजेता घोषित कर दिया।
आदित्य गोले ने व्यक्त की खुशी
पूर्व विधायक और निर्विरोध चुने गए आदित्य गोले ने मीडिया से कहा कि भंडारी का नामांकन वापस लेना उनका व्यक्तिगत निर्णय था। उन्होंने कहा, "मुझे लगता है कि वह सोरेंग-चकुंग क्षेत्र के विकास के लिए हमारे कार्यक्रमों में शामिल होना चाहते हैं।" नागरिक एक्शन पार्टी के उम्मीदवार पोबिन हांग सुब्बा का नामांकन खारिज होने पर आदित्य ने कहा, "यह तकनीकी कारणों से हुआ। इस पर टिप्पणी करने के लिए रिटर्निंग ऑफिसर सबसे उपयुक्त व्यक्ति हैं।"
सीट खाली होने से उपचुनाव की जरूरत
मुख्यमंत्री प्रेम सिंह तमांग ने इस साल के विधानसभा चुनाव में सोरेंग-चकुंग और रेनॉक सीटों से जीत दर्ज की थी। बाद में उन्होंने सोरेंग-चकुंग सीट छोड़ दी, जिससे उपचुनाव की आवश्यकता पड़ी। नम्ची-सिंघिथांग सीट पर उनकी पत्नी कृष्णा कुमारी राय ने विधानसभा चुनाव में जीत हासिल की थी, लेकिन उन्होंने भी बाद में इस्तीफा दे दिया। इससे इस सीट पर उपचुनाव की जरूरत हुई।