-20 तापमान झेलने की क्षमता, बाकी वंदे भारत से अलग है डिजाइन; कश्मीर जाने वाली ट्रेन देख लीजिए
- अधिकारियों ने बताया कि यह ट्रेन -20°C तक के तापमान में भी सुचारु रूप से चलने में सक्षम है। ट्रेन में यात्रियों और ड्राइवर के आराम के लिए एडवांस हीटिंग सिस्टम लगाए गए हैं।
भारतीय रेलवे कश्मीर घाटी को देश के बाकी हिस्सों से जोड़ने के अपने बहुप्रतीक्षित रेल प्रोजेक्ट को जल्द ही साकार करने की दिशा में तेजी से कदम बढ़ा रहा है। शनिवार को रेल मंत्री अश्विनी वैष्णव ने सोशल मीडिया पर वंदे भारत एक्सप्रेस का एक वीडियो शेयर किया। ये ट्रेन जम्मू से कश्मीर के बीच संचालित होगी।
रेलवे अधिकारियों ने बताया कि जम्मू-श्रीनगर वंदे भारत एक्सप्रेस को कश्मीर घाटी के कठिन मौसम को ध्यान में रखकर डिजाइन किया गया है। ट्रेन में “एंटी-फ्रीजिंग” फीचर्स शामिल किए गए हैं, जो इसे देश में चल रही अन्य वंदे भारत ट्रेनों से अलग बनाते हैं।
ठंड में भी सुचारु रूप से संचालन
अधिकारियों ने बताया कि यह ट्रेन -20°C तक के तापमान में भी सुचारु रूप से चलने में सक्षम है। ट्रेन में यात्रियों और ड्राइवर के आराम के लिए एडवांस हीटिंग सिस्टम लगाए गए हैं। ड्राइवर के केबिन में हीटेड विंडशील्ड लगाया गया है, जो ठंड के मौसम में फॉगिंग या फ्रीजिंग को रोककर साफ दृश्यता सुनिश्चित करता है।
विशेष सुविधाएं
ट्रेन में पाइपलाइन और बायो-टॉयलेट में हीटिंग एलिमेंट्स लगाए गए हैं, जिससे ठंड के मौसम में पानी जमने से बचा जा सके। यह तकनीक सुनिश्चित करती है कि ट्रेन के सभी आवश्यक सिस्टम हर मौसम में सुचारु रूप से कार्य करें।
रेलवे कनेक्टिविटी का विस्तार
वर्तमान में जम्मू के रामबन जिले के संगलदान से कश्मीर के बारामूला तक रेल सेवाएं संचालित हैं। संगलदान से रियासी तक का ट्रैक तैयार है, और 17 किलोमीटर लंबे रियासी-कटरा सेक्शन का काम पूरा हो चुका है। इसके अंतिम निरीक्षण के बाद कश्मीर से देश के अन्य हिस्सों तक ट्रेन सेवाएं शुरू हो जाएंगी।
रेल मंत्री ने इस प्रोजेक्ट को कश्मीर घाटी के लिए एक ऐतिहासिक कदम बताते हुए इसे “आधुनिक भारत की प्रगति का प्रतीक” कहा है। इस ट्रेन से न केवल यात्रियों को सहूलियत होगी बल्कि कश्मीर घाटी के आर्थिक और पर्यटन क्षेत्र को भी मजबूती मिलेगी।