कौन बनेगा मुख्यमंत्री? नतीजों से पहले महायुति और महा विकास अघाड़ी में खींचतान तेज
- चुनाव संपन्न होने के तुरंत बाद महाराष्ट्र कांग्रेस प्रमुख नाना पटोले ने कहा था कि एमवीए के नेतृत्व में सरकार बनेगी और मुख्यमंत्री कांग्रेस का होगा। उन्होंने दावा किया कि कांग्रेस को विधानसभा में सबसे अधिक सीटें मिलने जा रही हैं।
महाराष्ट्र विधानसभा की 288 सीटों पर हुए चुनाव की मतगणना कड़ी सुरक्षा के बीच शनिवार को सुबह आठ बजे शुरू हो गई। शुरुआती रुझानों में सत्ताधारी महायुति गठबंधन बेहद आगे चल रही है। नतीजों से पहले महायुति और महा विकास अघाड़ी (एमवीए) के भीतर मुख्यमंत्री पद को लेकर खींचतान तेज हो गई। दोनों ही गठबंधन ने मतगणना के बाद सरकार बनाने का दावा किया है।
कांग्रेस ने जताई मुख्यमंत्री पद की दावेदारी
चुनाव संपन्न होने के तुरंत बाद महाराष्ट्र कांग्रेस प्रमुख नाना पटोले ने कहा था कि एमवीए के नेतृत्व में सरकार बनेगी और मुख्यमंत्री कांग्रेस का होगा। उन्होंने दावा किया कि कांग्रेस को विधानसभा में सबसे अधिक सीटें मिलने जा रही हैं। हालांकि, शिवसेना (यूबीटी) ने पटोले के इस दावे पर आपत्ति जताई। शिवसेना नेता और राज्यसभा सांसद संजय राउत ने गुरुवार को कहा कि एमवीए के सभी सहयोगी दल बहुमत मिलने के बाद संयुक्त रूप से मुख्यमंत्री के चेहरे का फैसला करेंगे। राउत ने कांग्रेस नेतृत्व से स्पष्ट घोषणा की मांग की कि क्या पटोले मुख्यमंत्री पद के दावेदार हैं।
महायुति में भी जारी है खींचतान
महायुति में बीजेपी, शिवसेना और एनसीपी (अजित पवार गुट) शामिल हैं। इसने भी मुख्यमंत्री पद को लेकर अलग-अलग दावे किए हैं। शिवसेना के विधायक और प्रवक्ता संजय शिरसाट ने कहा कि मुख्यमंत्री पद के लिए एकनाथ शिंदे का चेहरा तय था, और जनता ने मतदान के जरिए शिंदे को समर्थन दिया है। बीजेपी नेता प्रवीन दरेकर ने डिप्टी सीएम देवेंद्र फडणवीस के नाम की वकालत की। वहीं, एनसीपी नेता अमोल मिटकरी ने अजित पवार को मुख्यमंत्री बनाने की मांग उठाई और कहा कि एनसीपी इस बार 'किंगमेकर' की भूमिका निभाएगी।
मतगणना से पहले बयानबाजी तेज
बीजेपी नेता दरेकर ने एमवीए पर तीखा हमला करते हुए कहा कि विपक्षी गठबंधन आंतरिक कलह से ग्रस्त है और मुख्यमंत्री के नाम पर सहमति नहीं बना सकता। उन्होंने कांग्रेस नेता नाना पटोले की मुख्यमंत्री बनने की इच्छा को "मुंगेरीलाल के हसीन सपने" करार दिया। दरेकर ने एमवीए में शिवसेना और कांग्रेस के बीच आपसी खींचतान का उदाहरण देते हुए कहा कि सोलापुर जिले में कांग्रेस सांसद प्रणिति शिंदे और उनके पिता एवं पूर्व मुख्यमंत्री सुशीलकुमार शिंदे ने शिवसेना उम्मीदवार के खिलाफ एक निर्दलीय प्रत्याशी का समर्थन किया।
महिला मतदाताओं को लुभाने की कोशिश
दरेकर ने महायुति सरकार की 'लड़की बहिन योजना' का जिक्र करते हुए दावा किया कि यह योजना महिला मतदाताओं के बीच बेहद लोकप्रिय हुई है और इसका असर चुनाव परिणामों पर दिखाई देगा। बीजेपी नेता ने एमवीए नेताओं पर चुनावों में बिटकॉइन के जरिए अवैध धन का उपयोग करने का आरोप लगाया। उन्होंने कहा कि प्रवर्तन निदेशालय (ईडी) की जांच में एमवीए के नेताओं के संबंध सामने आ रहे हैं। हालांकि, एनसीपी सांसद सुप्रिया सुले और नाना पटोले ने इन आरोपों को खारिज किया है।
(इनपुट पीटीआई)