सीट बंटवारे पर नाना पटोले के साथ चर्चा नहीं करेगी उद्धव सेना, चुनाव से पहले MVA में अनबन?
- शुक्रवार को शिवसेना (उद्धव बालासाहेब ठाकरे) के वरिष्ठ नेता और सांसद संजय राउत ने कहा कि सहयोगी दलों के बीच केवल 200 सीटों पर सहमति बनी है।
महाराष्ट्र विधानसभा चुनाव से ठीक एक महीने पहले शिवसेना (उद्धव ठाकरे गुट) और कांग्रेस के बीच मतभेद सामने आए हैं। शिवसेना (उद्धव ठाकरे गुट) ने राज्य कांग्रेस अध्यक्ष नाना पटोले के साथ सीटों के बंटवारे पर चर्चा नहीं करने का फैसला लिया है। गुरुवार को विपक्षी महा विकास अघाड़ी (एमवीए) गठबंधन के सूत्रों ने कहा था कि राज्य की 288 विधानसभा सीटों में से 260 सीटों पर सहमति बन चुकी है। इस गठबंधन में कांग्रेस, उद्धव ठाकरे के नेतृत्व वाली शिवसेना और शरद पवार गुट की राष्ट्रवादी कांग्रेस पार्टी (एनसीपी) शामिल हैं।
हालांकि, शुक्रवार को शिवसेना (उद्धव बालासाहेब ठाकरे) के वरिष्ठ नेता और सांसद संजय राउत ने कहा कि सहयोगी दलों के बीच केवल 200 सीटों पर सहमति बनी है। उन्होंने नाना पटोले का नाम लिए बिना उन पर तंज कसते हुए कहा कि महाराष्ट्र कांग्रेस के नेता "निर्णय लेने में सक्षम नहीं हैं।" संजय राउत ने कहा कि उन्होंने कांग्रेस महासचिव केसी वेणुगोपाल, मुकुल वासनिक और पार्टी के महाराष्ट्र प्रभारी रमेश चेन्निथला से बात की है और दिन में राहुल गांधी से भी चर्चा करेंगे।
राउत ने कहा, "लंबित निर्णय को जल्द से जल्द पूरा किया जाना चाहिए। बहुत कम समय बचा है। महाराष्ट्र कांग्रेस के नेता निर्णय लेने में सक्षम नहीं हैं। उन्हें बार-बार सूची दिल्ली भेजनी पड़ती है और फिर वहां चर्चा होती है। सीटों के बंटवारे पर फैसला जल्दी लिया जाना जरूरी है।" एनडीटीवी ने अपनी रिपोर्ट में सूत्रों के हवाले से कहा है कि शिवसेना (उद्धव ठाकरे गुट) और कांग्रेस के बीच मतभेद इसलिए उभरे क्योंकि उद्धव ठाकरे की पार्टी विदर्भ क्षेत्र में अधिक सीटों पर चुनाव लड़ना चाहती है, जबकि नाना पटोले इसके लिए तैयार नहीं हैं।
लोकसभा चुनाव में महाराष्ट्र में बेहतर प्रदर्शन करते हुए कांग्रेस 48 सीटों में से 13 सीटों के साथ सबसे बड़ी पार्टी बनकर उभरी थी। इसी प्रदर्शन के आधार पर कांग्रेस विदर्भ में अच्छा करने की उम्मीद कर रही है, जहां उसका पहले से ही मजबूत आधार रहा है। विदर्भ क्षेत्र नाना पटोले का गढ़ भी माना जाता है। महाराष्ट्र में विधानसभा चुनाव के लिए मतदान 20 नवंबर को होगा, जबकि वोटों की गिनती 23 नवंबर को की जाएगी।