सरस्वती के किए 20 टुकड़े, उबालकर कुत्तों को खिलाया; हैरान कर रही 56 साल के लिव इन पार्टनर की दरिंदगी
पुलिस सूत्रों का कहना है कि मनोज साहनी ने गला रेत कर सरस्वती की हत्या कर दी थी और फिर आरे से उसके टुकड़े-टुकड़े कर डाले। यही नहीं इन टुकड़ों को वह कुकर में उबालकर कुत्तों को खिला रहा था।
सरस्वती वैद्य मर्डर केस ने मुंबई समेत देश भर में सनसनी फैला दी है। 56 साल के लिव इन पार्टनर मनोज साहनी ने जिस तरह 32 साल की सरस्वती को मौत के घाट उतारा और उसके शव के साथ जो वीभत्सता की, उससे हर कोई हैरान है। पुलिस सूत्रों का कहना है कि मनोज साहनी ने गला रेत कर सरस्वती की हत्या कर दी थी और फिर आरे से उसके टुकड़े-टुकड़े कर डाले। यही नहीं इन टुकड़ों को वह कुकर में उबालकर कुत्तों को खिला रहा था। पुलिस ने बताया कि उसे बुधवार शाम को फ्लैट से बदबू आने की शिकायत पड़ोसियों ने की थी। इस पर वह मौके पर गई तो फ्लैट का गेट खुलवाया।
आरोपी मनोज साहनी ने दरवाजा खोला तो भागने लगा। पुलिस ने उसे दबोच लिया और फिर अंदर देखा तो शव मिला। पुलिस का कहना है कि शायद यह मर्डर 4 जून को ही हो गया था और उसके बाद मनोज शव को ठिकाने लगाने की कोशिशें कर रहा था। आरोपी ने बताया कि वह शव के टुकड़ों कुकर में उबालता था और उन्हें कुत्तों को खिला देता था। पड़ोसियों ने कहा कि उन्होंने देखा था कि आरोपी मनोज साहनी बीते कुछ दिनों से कुत्तों को कुछ खिला रहा था। इसी बात से शक गहरा रहा बै कि वह टुकड़ों को कुत्तों को खिलाकर ठिकाने लगाने में जुटा था। कमरे के अंदर से सरस्वती के शरीर का निचला हिस्सा ही पाया गया है।
नयानगर पुलिस थाने के अंतर्गत आने वाली मीरा रोड की गीता नगर कॉलोनी में इस कांड के बाद से दहशत का माहौल है। हर किसी की नजर उस इमारत की ओर देख रही है, जहां यह कांड हुआ है। कहा जा रहा है कि अब तक आरोपी की निशानदेही पर पुलिस सरस्वती के शव के 13 टुकड़े बरामद कर चुकी है। मनोज ने सरस्वती के शव के कुल 20 टुकड़े किए थे। दोनों ही गीता नगर में तीन साल से रह रहे थे और किसी से ज्यादा घुले-मिले नहीं थे। हालांकि इससे पहले उनके बीच कभी लड़ाई-झगड़े की बात भी किसी ने नहीं सुनी थी।
कभी कुत्तों को कुछ नहीं खिलाता था, तीन दिन से हरकतें देख बढ़ा शक
स्थानीय लोगों ने कहा कि आरोपी मनोज कभी कुत्तों को कुछ खिलाता नहीं था। पिछले दो-तीन दिनों से वह कुत्तों को कुछ खिलाता दिखता था। दिन में कई बार ऐसा होता था कि वह कुत्तों को कुछ खिलाता था। इसी के चलते यह संदेह है कि उसने शायद कुत्तों को सरस्वती के शव के टुकड़े खिला दिए। यही नहीं बदबू ना आए और कुत्ते आसानी से खा लें, इसके लिए वह शव के टुकड़ों को कुकर में उबालता भी था। रोंगटे खड़े कर देने वाली इस वीभत्स घटना को अंजाम देने के बाद भी मनोज साहनी को कोई मलाल नहीं है। इस कांड ने दिल्ली के श्रद्धा मर्डर केस की याद दिला दी है, जिसके लिव इन पार्टनर आफताब ने 32 टुकड़े कर डाले थे और जंगल में फेंका करता था।