एकनाथ शिंदे सरकार से खुश हुए अरविंद केजरीवाल से नाराज चल रहे अन्ना हजारे, इस फैसले को बताया क्रांतिकारी
अन्ना हजारे ने कहा कि उन्होंने लोकायुक्त अधिनियम की मांग को लेकर कई आंदोलन और अनिश्चितकालीन भूख हड़तालें की हैं। उन्होंने कहा, '2018 में मैं दिल्ली के रामलीला मैदान में भूख हड़ताल पर बैठा।'
सामाजिक कार्यकर्ता अन्ना हजारे ने महाराष्ट्र में लागू हो रहे लोकपाल कानून की तारीफ की है। उन्होंने कहा कि केंद्र के लोकपाल कानून की तर्ज पर महाराष्ट्र में प्रस्तावित लोकायुक्त अधिनियम भ्रष्टाचार के खिलाफ लड़ाई में क्रांतिकारी साबित होगा। हजारे लंबे समय से राज्य सरकार से लोकायुक्त कानून लाने की मांग कर रहे थे। अब मुख्यमंत्री एकनाथ शिंदे और उपमुख्यमंत्री फडणवीस की ओर से मसौदे को स्वीकार करने पर उन्होंने बधाई और धन्यवाद दिया है।
अन्ना हजारे ने कहा कि उन्होंने लोकायुक्त अधिनियम की मांग को लेकर कई आंदोलन और अनिश्चितकालीन भूख हड़तालें की हैं। उन्होंने कहा, '2018 में मैं दिल्ली के रामलीला मैदान में भूख हड़ताल पर बैठा। तत्कालीन सीएम फडणवीस ने राज्य में लोकायुक्त अधिनियम लागू करने का वादा किया था, लेकिन तब यह पूरा नहीं हुआ। मैंने उद्धव ठाकरे के नेतृत्व वाली सरकार से भी इस कानून को लाने के लिए कहा, लेकिन उन्होंने भी कुछ नहीं किया।'
'लोग इस कानून का महत्व नहीं समझ रहे लेकिन...'
85 साल के अन्ना हजारे ने सोमवार को अहमदनगर जिले के रालेगण सिद्धि गांव में रिपोर्टर्स से बातचीत की। उन्होंने कहा कि शिंदे-फडणवीस सरकार का यह फैसला लोगों के नजरिए से अच्छी और सकारात्मक बात है। हजारे ने कहा, 'आज लोग भले ही इस कानून का महत्व नहीं समझ रहे हों, लेकिन यह लागू हो गया तो क्रांतिकारी साबित होगा। ऐसा इसलिए क्योंकि भ्रष्टाचार के सबूत पेश करने पर लोकायुक्त के पास मुख्यमंत्री और अन्य मंत्रियों के खिलाफ कार्रवाई करने की शक्तियां होंगी।'
'केंद्र के लोकपाल कानून की तर्ज पर यह अधिनियम'
उपमुख्यमंत्री देवेन्द्र फडणवीस ने कहा कि राज्य में केंद्र के लोकपाल कानून की तर्ज पर लोकायुक्त कानून होगा जो मुख्यमंत्रियों और मंत्रियों को भी इसके दायरे में लाएगा। उन्होंने कहा कि इस संबंध में एक विधेयक को शीतकालीन सत्र में पेश किया जाएगा। उन्होंने यह भी कहा कि सामाजिक कार्यकर्ता अन्ना हजारे के नेतृत्व वाले पैनल की सिफारिशों को पूरी तरह से स्वीकार कर लिया गया है। उन्होंने कहा कि लोकायुक्त हाई कोर्ट के रिटायर चीफ जस्टिस या सुप्रीम कोर्ट के न्यायाधीश होंगे।
जब शराब नीति को लेकर केजरीवाल पर बरसे हजारे
इसी साल अगस्त में अन्ना हजार दिल्ली के सीएम अरविंद केजरीवाल पर शराब नीति को लेकर बरस पड़े थे। केजरीवाल के सियासी गुरु कहे जाने वाले हजारे ने उन्हें पत्र लिखा था। इस पत्र में उन्होंने केजरीवाल से कहा कि वह दिल्ली में शराब की दुकानों को बंद कर दें। उन्होंने कहा कि अरविंद केजरीवाल ने स्वराज पुस्तक में बड़ी-बड़ी बातें की थीं, लेकिन उनके आचरण पर उसका असर नहीं दिख रहा। अन्ना हजारे ने अपनी चिट्ठी में अरविंद केजरीवाल को संबोधित करते हुए लिखा, 'आपके मुख्यमंत्री बनने के बाद पहली बार मैं आपको खत लिख रहा हूं। पिछले कई दिनों से दिल्ली सरकार की शराब नीति को लेकर जो खबरें आ रही हैं, उन्हें पढ़कर दुख होता है।'