BJP गठबंधन की शानदार जीत से भी टेंशन में होंगे शिंदे, अजित पवार खुश; जानें कारण
- भाजपा के कुछ नेता लगातार यह बात कह रहे हैं कि भाजपा सबसे बड़ी पार्टी बनकर उभरी है। इसलिए मुख्यमंत्री हमारा होगा। आपको बता दें कि भाजपा 149 सीटों पर चुनाव लड़ी थी।
महाराष्ट्र विधानसभा की सभी 288 सीटों के रुझान सामने आ चुके हैं। इस चुनाव में भाजपा की अगुवाई में महायुति ने शानदार प्रदर्शन किया है। 220 सीटों पर आगे चल रही है। इन 220 सीटों में अकेली भाजपा के खाते में 128 सीटें जाती दिख रही हैं। वहीं शिवसेना (शिंदे) 55 और अजित पवार की एनसीपी 35 सीटों पर आगे चल रही है। रुझान अगर नतीजे में बदलते हैं तो एकनाथ शिंदे के लिए मुश्किलें खड़ी हो सकती हैं।
महाराष्ट्र चुनाव में भाजपा मजबूत स्थिति में आती दिख रही है। ऐसे में सियासी गलियारों में एक सवाल तेजी से गूंजने लगा है कि क्या एकनाथ शिंदे मुख्यमंत्री पद से इस्तीफा देंगे। ऐसा इसलिए कि भाजपा को बहुमत के लिए जरूरी 145 की संख्या छूने के लिए सिर्फ 17 विधायकों की जरूरत है। ऐसे में एकनाथ शिंदे हों या अजित पवार, दोनों के लिए ही डील की स्थिति नहीं बन पाएगी।
भाजपा के कुछ नेता लगातार यह बात कह रहे हैं कि भाजपा सबसे बड़ी पार्टी बनकर उभरी है। इसलिए मुख्यमंत्री हमारा होगा। भाजपा नेता प्रवीण दरेकर ने इस परिणाम पर प्रतिक्रिया देते हुए कहा कि देवेंद्र फडणवीस ही महाराष्ट्र के अगले मुख्यमंत्री होंगे। उन्होंने कहा, "देवेंद्र फडणवीस द्वारा पुकारे गए धर्मयुद्ध के नारे 'हम सब एक हैं' को जनता ने मंजूरी दी है। केंद्र में भाजपा का और महाराष्ट्र में भाजपा का सरकार बनने से राज्य का विकास होगा, यही वजह है कि इस बार मतदान प्रतिशत अधिक हुआ। हमें जीत की पूरी उम्मीद थी, लेकिन महाराष्ट्र की जनता ने हमें जो आशीर्वाद दिया है, उसके लिए हम उनके आभारी हैं।"
शिवसेना एकनाथ शिंदे गुट की नेता शितल म्हात्रे ने कहा कि उन्हें अपनी उम्मीदों से अधिक सफलता मिल रही है। उन्होंने कहा, "महायुति का मुख्यमंत्री निश्चित है और यह चुनाव एकनाथ शिंदे के नेतृत्व में लड़ा गया था। शिवसेना के नेता के रूप में हम चाहते हैं कि एकनाथ शिंदे ही मुख्यमंत्री बने।"
भाजपा प्रवक्ता केशव उपाध्ये ने इस चुनाव परिणाम को विकास की जीत बताया। उन्होंने कहा, “देवेंद्र फडणवीस के मुख्यमंत्री रहते अटल सेतु और समृद्धि महामार्ग जैसे बड़े विकास कार्य हुए। अब महायुति के नेता एक साथ बैठकर आगे का निर्णय लेंगे।”
अजित पवार को नहीं है फिक्र
अजित पवार की पार्टी एनसीपी चुनाव के दौरान लगातार यह बात कहती रही कि उनकी तरफ से कोई भी सीएम कैंडिडेट नहीं है। अजित पवार डिप्टी सीएम बनकर ही खुश हैं। इस चुनाव के बाद जब सरकार का गठन होगा तो इस बात की संभावना है कि पुराना फॉर्मूला ही लागू होगा। एक सीएम और दो डिप्टी सीएम। ऐसे में देखना दिलचस्प होगा कि सीएम कौन बनेगा।
महायुति (NDA) का स्ट्राइक रेट:
भाजपा (BJP): 84% (122/145)
शिवसेना (SHS): 71% (58/81)
राष्ट्रीय कांग्रेस पार्टी (NCP): 62% (37/59)
महायुति गठबंधन ने प्रमुख रूप से भाजपा के मजबूत प्रदर्शन के साथ अच्छा प्रदर्शन किया, जहां भाजपा ने 84% सीटों पर जीत हासिल करती दिख रही है। शिवसेना और NCP ने भी अच्छा प्रदर्शन किया, लेकिन भाजपा का स्ट्राइक रेट अन्य दलों से कहीं अधिक था।