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नतीजा जो भी हो, शरद पवार के कैंडिडेट ने पहले ही निकाला विजय जुलूस; लगाए जीत के पोस्टर

  • महाराष्ट्र विधानसभा चुनाव के नतीजे शनिवार को आने वाले हैं। इससे पहले पूरे प्रदेश में प्रत्याशियों की धड़कनें तेज हैं। एग्जिट पोल्स में टाइट फाइट दिखाए जाने के बाद टेंशन और बढ़ गई है। इस बीच शरद पवार की एनसीपी के प्रत्याशी ने नतीजों से पहले ही विजय जुलूस निकाल लिया है। उनकी जीत के पोस्टर भी लगे हैं।

Surya Prakash लाइव हिन्दुस्तान, पुणेThu, 21 Nov 2024 12:09 PM
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महाराष्ट्र विधानसभा चुनाव के नतीजे शनिवार को आने वाले हैं। इससे पहले पूरे प्रदेश में प्रत्याशियों की धड़कनें तेज हैं। एग्जिट पोल्स में टाइट फाइट दिखाए जाने के बाद टेंशन और बढ़ गई है। इस बीच शरद पवार की एनसीपी के विधायक प्रत्याशी ने नतीजों से पहले ही विजय जुलूस निकाल लिया है। इसके अलावा इलाके में उनकी जीत को लेकर समर्थकों ने पोस्टर भी लगा दिए हैं। यह मामला पुणे की खडकवासला सीट का है। यहां से एनसीपी-एसपी के प्रत्याशी सचिन डोडके ने पहले ही जुलूस निकाल लिया है। उनके समर्थकों ने उन्हें कांधे पर बिठा लिया और गाजे-बाजे के साथ विजय जुलूस निकाला गया।

सचिन डोडके का मुकाबला खडकवासला सीट पर भाजपा के भीमराव तापकिर और मनसे के मयूरेश वंजाले से था। भाजपा के भीमराव पहले से विधायक हैं और भाजपा ने फिर से उन्हें भरोसा जताते हुए टिकट दिया था। 2019 के चुनाव में भी सचिन डोडके मुकाबले में उतरे थे, लेकिन महज 2500 वोटों के अंतर से पराजित हो गए थे। इस चुनाव में मनसे ने अपने पूर्व विधायक रमेश वंजाले के बेटे मयूरेश को चुनाव में उतार दिया था। इससे साफ था कि फाइट टाइट होने वाली है। फिलहाल साफ नहीं है कि नतीजा क्या रहेगा और 23 तारीख का इंतजार है। फिर भी सचिन डोडके इतने आत्मविश्वास में हैं कि पहले ही जुलूस निकाल लिया।

उनकी जीत के पोस्टर भी इलाके में लग चुके हैं। रैली निकाली गई, जिसकी तस्वीरें और वीडियो सोशल मीडिया पर वायरल हो रहे हैं। इससे पहले 2019 में भी सचिन डोडके के समर्थकों ने नतीजों से पहले ही उनकी जीत की बधाई वाले पोस्टर लगा दिए थे। हालांकि नतीजा आया तो वह ढाई हजार वोटों के मामूली अंतर से परास्त हो गए। हालांकि इस बार कहा जा रहा है कि उन्होंने पहले से भी ज्यादा मजबूती से चुनाव लड़ा है। इसके चलते वह खुद और समर्थक आश्वस्त हैं कि जीत मिल जाएगी। हालांकि उनके सामने भीमराव तापकिर के रूप में एक मजबूत चुनौती है। वहीं मयूरेश वंजाले भी मजबूत दावेदार हैं।

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