Hindi Newsमहाराष्ट्र न्यूज़Nitin Gadkari praises anti Brahmin leader Purushottam Khedekar know what he said

नितिन गडकरी ने की ‘ब्राह्मण विरोधी’ नेता पुरुषोत्तम खेडेकर की तारीफ, जानें क्या कहा

  • गडकरी ने कहा कि जब उन्होंने पहली बार महाराष्ट्र के सार्वजनिक निर्माण मंत्री के रूप में कार्य किया तो खेडेकर पर अक्सर नियमों का उल्लंघन करने का आरोप लगाया गया था।

Himanshu Jha लाइव हिन्दुस्तानSun, 5 Jan 2025 08:09 AM
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केंद्रीय सड़क परिवहन मंत्री नितिन गडकरी ने शनिवार को पुणे में आयोजित मराठा सेवा संघ के कार्यक्रम में मराठा नेता पुरुषोत्तम खेडेकर को उनकी 75वीं जयंती पर बधाई दी। गडकरी की उपस्थिति और खेडेकर की तारीफ ने सुर्खियां बटोरीं, क्योंकि खेडेकर का विवादास्पद अतीत रहा है। खेडेकर को उनके ब्राह्मण विरोधी बयानों और ब्राह्मणों के नरसंहार की वकालत करने वाली पुस्तक के लिए जाना जाता है। 2015 में पुणे के इतिहास शोधकर्ताओं के एक समूह ने तत्कालीन मुख्यमंत्री देवेंद्र फडणवीस की आलोचना करते हुए कहा था कि उन्होंने खेडेकर को छत्रपति शिवाजी की मां जीजाबाई के स्मारक परियोजना के लिए समिति का अध्यक्ष नियुक्त किया था।

गडकरी ने अपनी बातों में खेडेकर के योगदान को याद किया। विशेषकर जब वह महाराष्ट्र के सार्वजनिक निर्माण विभाग (PWD) में कार्यरत थे। गडकरी ने कहा, "मैं खेडेकर को कई वर्षों से जानता हूं। PWD के कार्यकारी अभियंता के रूप में उन्होंने मेरे सुधारात्मक निर्णयों का समर्थन किया। दूसरे कई लोग इसका विरोध कर रहे थे। उदाहरण के तौर पर हमने बेरोजगार इंजीनियरों को ठेके देने के लिए एक योजना शुरू की, जिसे खेडेकर ने स्वागत किया। इस पहल से महाराष्ट्र भर में कई इंजीनियरों को ठेकेदार बनने का अवसर मिला।"

गडकरी ने कहा कि जब उन्होंने पहली बार महाराष्ट्र के सार्वजनिक निर्माण मंत्री के रूप में कार्य किया तो खेडेकर पर अक्सर नियमों का उल्लंघन करने का आरोप लगाया गया था। गडकरी ने बताया, "जब मैंने शिकायतों की जांच की तो पाया कि उनके कार्य समाज की भलाई के लिए थे। उस समय मैंने उनके खिलाफ 35 फाइलों को खारिज कर दिया।"

राजनीति से दूर रहने के लिए खेडेकर की सराहना

गडकरी ने खेडेकर की राजनीति से दूर रहने की सराहना की। उन्होंने कहा, "मैं हमेशा उन लोगों को सलाह देता हूं जो समाज सेवा के लिए राजनीति में आना चाहते हैं। मैं उन्हें कहता हूं कि पहले अपने परिवार की वित्तीय स्थिरता सुनिश्चित करें। यह सौभाग्य की बात है कि खेडेकर ने राजनीति में कदम नहीं रखा। अगर वे किसी राजनीतिक पार्टी में शामिल हो जाते तो उन्हें उस पार्टी के पहचान से चिह्नित किया जाता। इसके बजाय उन्होंने आम जनता के लिए काम किया और अपनी खुद की शक्ति बनाई जो किसी विधायक के प्रभाव से भी बड़ी है।"

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