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मैं समंदर हूं, लौटकर वापस आऊंगा; महाराष्ट्र में प्रचंड जीत की तरफ भाजपा, फडणवीस की बात हुई सच

  • 'मेरा पानी उतरता देख, मेरे किनारे पर घर मत बसा लेना। मैं समंदर हूं, लौटकर वापस आऊंगा।' फडणवीस के यही शब्द उनकी राजनीति और करिश्मे को फिर से साबित कर रहे हैं। अब महाराष्ट्र विधानसभा चुनाव के नतीजों के रुझान तो यही कह रहे हैं कि 'समंदर लौट आया है।'

Himanshu Tiwari लाइव हिन्दुस्तानSat, 23 Nov 2024 02:16 PM
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महाराष्ट्र विधानसभा चुनाव 2024 के नतीजे आते ही देवेंद्र फडणवीस की 2019 की कही एक बात ने फिर सुर्खियां बटोर ली है। उन्होंने कहा था- 'मेरा पानी उतरता देख, मेरे किनारे पर घर मत बसा लेना। मैं समंदर हूं, लौटकर वापस आऊंगा।' आज यही शब्द उनकी राजनीति और करिश्मे को फिर से साबित कर रहे हैं। महाराष्ट्र विधानसभा चुनाव के नतीजों के रुझान तो यही कह रहे हैं कि 'समंदर लौट आया है।'

खबर लिखे जाने तक महाराष्ट्र विधानसभा चुनाव के नतीजों के रुझानों में भाजपा इस बार 120 सीटों के आसपास जीतती दिख रही है, जो पार्टी के लिए एक ऐतिहासिक उपलब्धि होगी। ऐसे में चर्चा गरम है कि क्या देवेंद्र फडणवीस फिर से मुख्यमंत्री पद की जिम्मेदारी संभालेंगे।

सुपरहिट रहा फडणवीस का करिश्माई नेतृत्व

देवेंद्र फडणवीस को महाराष्ट्र भाजपा का सबसे प्रभावशाली चेहरा माना जा रहा है। 2014 में पहली बार मुख्यमंत्री बने फडणवीस ने न सिर्फ महाराष्ट्र में भाजपा की स्थिति मजबूत की, बल्कि पार्टी को नई ऊर्जा दी। उनकी कूटनीति और संघ के साथ मजबूत रिश्तों ने उन्हें भाजपा के लिए अजेय योद्धा बना दिया। इस बार भी लोकसभा चुनाव में हुए नुकसान के बाद, उन्होंने विधानसभा चुनाव में भाजपा को दोबारा खड़ा करने में अहम भूमिका निभाई।

फडणवीस की सक्रियता का अंदाजा इसी से लगाया जा सकता है कि उन्होंने चुनाव प्रचार के दौरान आरएसएस के शीर्ष नेतृत्व के साथ लगातार संपर्क बनाए रखा। उनकी रणनीतियों ने पार्टी को विपक्षी गठबंधनों के खिलाफ मजबूत खड़ा किया। 2019 में फडणवीस मुख्यमंत्री बनने के बेहद करीब थे, लेकिन शिवसेना के साथ मतभेदों के चलते हालात बदल गए। तब शिवसेना, कांग्रेस और एनसीपी ने गठबंधन कर सरकार बनाई, और भाजपा विपक्ष में चली गई। उस समय फडणवीस ने विधानसभा में कहा था, "मैं समंदर हूं, लौटकर वापस आऊंगा।"

हालांकि, हालात बदले। शिवसेना टूटी, शिंदे गुट के साथ भाजपा ने सरकार बनाई और फडणवीस को डिप्टी सीएम बनना पड़ा। लेकिन इस बार परिस्थिति भाजपा के पक्ष में है। पार्टी सबसे बड़ी ताकत के रूप में उभर रही है, और राजनीतिक हलकों में यह चर्चा तेज है कि फडणवीस फिर से मुख्यमंत्री बन सकते हैं।

क्या फिर सीएम बनेंगे फडणवीस?

भाजपा की जीत का बड़ा श्रेय फडणवीस को दिया जा रहा है। 27 साल की उम्र में नागपुर के सबसे युवा मेयर बनने वाले फडणवीस ने संघ से अपने मजबूत रिश्तों को कभी कमजोर नहीं होने दिया। उन्होंने पार्टी के लिए न सिर्फ सियासी रणनीतियां तैयार कीं, बल्कि मतदाताओं के बीच भी अपनी साफ-सुथरी छवि को बनाए रखा। भाजपा नेता प्रवीण दरेकर का कहना है, "भाजपा से ही मुख्यमंत्री होगा, और मुझे लगता है कि देवेंद्र फडणवीस ही इस जिम्मेदारी को निभाएंगे।" यदि चुनावी नतीजे भाजपा साथ रहें और इस बार कोई राजनीतिक मजबूरी नजर नहीं आती है तो फडणवीस के महाराष्ट्र के मुख्यमंत्री बनने के रास्ते में रुकावटें न के बराबर नजर आ रही हैं।

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